सोलन: डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के पर्यावरण विज्ञान विभाग ने हाल ही में आकर्षक गतिविधियों की एक श्रृंखला के साथ विश्व ओजोन दिवस मनाया गया। विश्व ओजोन दिवस 2024 का विषय ‘मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल: एडवांसिंग क्लाइमेट एक्शन’ था।
इस कार्यक्रम में एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और ज्ञानवर्धक व्याख्यान शामिल रहे, जिसमें लगभग 60 छात्रों, संकाय सदस्यों और स्पेस क्लब के सदस्यों ने भाग लिया। सत्रों में ओजोन की दोहरी प्रकृति पर एक इंटरैक्टिव चर्चा, वर्तमान जलवायु कार्रवाई प्रयासों के बारे में विभिन्न प्रश्नों को संबोधित करना शामिल था।
डॉ. प्रतिमा वैद्य ने मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल की उपलब्धियों का जश्न मनाने में विश्व ओजोन दिवस के महत्व पर जोर देकर कार्यक्रम की शुरुआत की। वानिकी महाविद्यालय के डीन और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सीएल ठाकुर ने उपस्थित लोगों को ओजोन क्षरण से निपटने के लिए व्यक्तिगत कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने के लिए जीवनशैली अपनाने के महत्व पर जोर दिया।
पर्यावरण विज्ञान विभाग के हैड प्रोफेसर एस॰के॰ भारद्वाज ने इस बात पर प्रकाश डाला कि हमारे प्राचीन वैदिक ग्रंथ पृथ्वी को हानिकारक यूवी विकिरण से बचाने में एक परत के महत्व को पहचानते हैं। उन्होंने कहा कि ओजोन परत की सुरक्षा छह सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप है, और उन्होंने जलवायु कार्रवाई को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल की प्रशंसा की। इसके अतिरिक्त, विभाग में डॉक्टरेट स्कॉलर वासु भनोट ने ओजोन परत के निर्माण और क्षरण प्रक्रियाओं पर एक आकर्षक व्याख्यान दिया।
क्विज़ प्रतियोगिता, दिन का मुख्य आकर्षण रही जिसमें यज्ञेश, हर्ष और तान्या की टीम जल विजेता बनी। इस आयोजन ने पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने और जलवायु कार्रवाई को आगे बढ़ाने में व्यक्तिगत और सामूहिक प्रयासों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।