धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को पंचायत चुनावों को लेकर सदन में खूब हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रदेश में अभी आपदा प्रबंधन एक्ट लागू है और जब तक यह नहीं हटता, तब तक पंचायत चुनाव नहीं करवाए जाएंगे। उन्होंने सदन में दो टूक कहा कि इस एक्ट के प्रभावी रहते राज्य निर्वाचन आयोग भी सरकार को चुनाव कराने के निर्देश जारी नहीं कर सकता। मुख्यमंत्री के इस जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष (भाजपा) ने सदन से वाकआउट कर दिया।

सीएम सुक्खू ने कहा कि 2025 की आपदा 2023 से भी भयंकर थी, जिससे निपटने में पूरा प्रशासन और डीसी व्यस्त थे। उन्होंने विपक्ष से सवाल किया कि क्या भाजपा माइनस 40 डिग्री तापमान में चुनाव करवाना चाहती है। मुख्यमंत्री ने यह भी तर्क दिया कि अभी नई पंचायतों का गठन होना बाकी है, क्योंकि नालागढ़ जैसे क्षेत्रों में 9-9 हजार की आबादी वाली पंचायतें हैं, जिनका पुनर्गठन जरूरी है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष दावा करता था कि इस सरकार को भगवान भी नहीं बचा सकता, लेकिन जनता और देवी-देवताओं के आशीर्वाद से सरकार मजबूती से चल रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि पंचायत चुनाव केवल स्थगित किए गए हैं, रद्द नहीं, और आपदा प्रबंधन एक्ट हटते ही चुनाव करवा दिए जाएंगे।