शिमला: एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज के छात्रों ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का दौरा किया। इस शैक्षणिक दौरे का मुख्य उद्देश्य कानून के इन भावी पेशेवरों को अदालत की वास्तविक कार्यप्रणाली और न्यायिक प्रणाली की व्यावहारिक जानकारी देना था।
स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज की अध्यक्ष डॉ. भावना वर्मा के नेतृत्व में, विद्यार्थियों ने उच्च न्यायालय की कार्यवाही का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। उन्होंने देखा कि वकील किस प्रकार दलीलें पेश करते हैं और न्यायाधीशों द्वारा कैसे अदालत का संचालन किया जाता है। इस अनुभव से छात्रों को यह समझने में मदद मिली कि कानूनी सिद्धांतों को व्यवहार में कैसे लागू किया जाता है।

इस दौरे के दौरान, विद्यार्थियों को हिमाचल प्रदेश के महाधिवक्ता (Advocate General) अनुप रत्तन से मिलने और उनसे संवाद करने का भी अवसर मिला।
महाधिवक्ता ने छात्रों के साथ अपने कानूनी अनुभव साझा किए और न्याय व्यवस्था को सशक्त बनाने में युवा वकीलों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने करियर में सत्यनिष्ठा, अनुशासन और निरंतर सीखने के महत्व पर बल देते हुए समाज में न्याय स्थापना के लिए समर्पित रहने का संदेश दिया।
डॉ. भावना वर्मा ने कहा कि इस तरह के शैक्षणिक दौरे विधि शिक्षा का एक अभिन्न हिस्सा हैं, जो विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव के बीच के अंतर को पाटने में मदद करते हैं।