गिरिपार की बेटी सृष्टि चौहान का भारतीय वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट पद पर चयन

Photo of author

By पंकज जयसवाल

नाहन : सिरमौर जिला के गिरिपार क्षेत्र की प्रतिभाशाली बेटी डॉ. सृष्टि चौहान ने भारतीय वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट (कैप्टन) के पद पर चयनित होकर क्षेत्र, जिला और प्रदेश का नाम रोशन किया है। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में हर्ष और गर्व का माहौल है।

डॉ. सृष्टि चौहान की प्रारंभिक शिक्षा जी.एन.एम.पी.एस. पांवटा साहिब से हुई। इसके बाद उन्होंने मोहाली से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की। उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने मुज़फ्फरनगर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की और वहीं चिकित्सक के रूप में कार्य किया।

वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट पद

राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित AFMS (Armed Forces Medical Services) परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 54 प्राप्त की। इसी उपलब्धि के आधार पर उनका चयन भारतीय वायुसेना में हुआ है।

डॉ. सृष्टि, प्रोफेसर डॉ. मोहन सिंह चौहान और सुरेखा चौहान (CST) की सुपुत्री हैं। मूल रूप से वे ग्राम बाम्बिल, तहसील शिलाई, जिला सिरमौर की निवासी हैं। बेटी की इस उपलब्धि से परिवार सहित पूरे बाम्बिल गांव और गिरिपार क्षेत्र में खुशी की लहर है।

इस अवसर पर सृष्टि चौहान नेहिल्स पोस्ट मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह उपलब्धि उनके माता-पिता, परिवार और क्षेत्रवासियों के आशीर्वाद व सहयोग के बिना संभव नहीं थी। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।

क्षेत्रवासियों का कहना है कि डॉ. सृष्टि चौहान ने अपनी कड़ी मेहनत, लगन और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है। उनकी कामयाबी से न केवल परिवार बल्कि पूरे सिरमौर और हिमाचल प्रदेश का नाम गौरवान्वित हुआ है। यह उपलब्धि उन हजारों बेटियों के लिए प्रेरणा है जो प्रतियोगी परीक्षाओं और शिक्षा के क्षेत्र में अपने सपनों को साकार करने की कोशिश कर रही हैं।

डॉ. सृष्टि की सफलता इस बात का प्रतीक है कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। जब बेटियां देश की सेवा और रक्षा के लिए आगे बढ़ती हैं तो पूरे समाज में उत्साह और गर्व का भाव जागृत होता है।

Photo of author

पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।