धारटीधार के पहले ऑनरेरी कैप्टन शादी राम ठाकुर का निधन, तीन युद्धों के वीर को दी गई अंतिम विदाई

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By पंकज जयसवाल

नाहन : सिरमौर जिला के धारटीधार क्षेत्र के वीर पुत्र और समाजसेवी ऑनरेरी कैप्टन शादी राम ठाकुर का 10 अक्टूबर 2025 को निधन हो गया। शनिवार को उनके पैतृक गांव धारटीधार में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए और नम आंखों से इस वीर सपूत को अंतिम विदाई दी।

ऑनरेरी कैप्टन शादी राम ठाकुर भारतीय सेना के उन चुनिंदा सैनिकों में से थे जिन्होंने देश की तीन प्रमुख लड़ाइयों , 1961 का ऑपरेशन विजय (गोवा मुक्ति अभियान), 1965 का भारत-पाक युद्ध, और 1971 का भारत-पाक युद्ध में सक्रिय रूप से भाग लिया।

देश सेवा में उनके असाधारण योगदान के लिए उन्हें भारत के राष्ट्रपति डॉ. के. आर. नारायणन, डॉ. शंकर दयाल शर्मा, और सेना प्रमुख (Chief of Army Staff) द्वारा सम्मानित किया गया था। उन्हें उनकी वीरता और कर्तव्यनिष्ठा के लिए “विशेष सेवा पदक (Special Service Medal)” से भी नवाजा गया।

सेना से सेवानिवृत्ति के बाद ऑनरेरी कैप्टन शादी राम ठाकुर अपने गांव लौटे और विकास कार्यों में जुट गए। उन्होंने गांव में सड़क निर्माण, बिजली सुविधाओं का विस्तार, सिंचाई के लिए खूल और टैंक निर्माण, तथा वर्षाशालिका (कम्युनिटी हॉल) जैसी योजनाओं को साकार किया। उनका उद्देश्य हमेशा गांव के हर व्यक्ति तक मूलभूत सुविधाएं पहुंचाना रहा।

शनिवार को धारटीधार में हुए अंतिम संस्कार के दौरान पूरा क्षेत्र गमगीन रहा। इस अवसर पर पूर्व सैनिक संगठन सिरमौर इकाई सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। सभी ने ऑनरेरी कैप्टन शादी राम ठाकुर के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे सच्चे अर्थों में अनुशासन, देशभक्ति और सेवा भावना की प्रतिमूर्ति थे।

उनके निधन से परिवार और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। परिजनों ने बताया कि वे कुछ समय से बीमार चल रहे थे।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।