नशा मुक्त हिमाचल के लिए रिज पर जुटे छात्र, CM बोले यह साझा जिम्मेदारी

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By Hills Post

शिमला: प्रदेश को चिट्टा-मुक्त बनाने के संकल्प के साथ शनिवार को शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर एक विशाल ‘एंटी-चिट्टा जागरूकता वॉकथॉन’ का आयोजन किया गया। इस वॉकथॉन में एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के 150 से अधिक छात्रों सहित समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने हिस्सा लिया और नशे के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वॉकथॉन को संबोधित करते हुए कहा कि ‘नशा मुक्त हिमाचल’ का निर्माण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह जनता, शिक्षण संस्थानों और सामाजिक संगठनों की एक साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी नागरिकों से यह संकल्प लेने का आह्वान किया कि वे प्रदेश के हर गांव, कस्बे और जिले से चिट्टे को खत्म करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंगे।

मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं को नशे के दलदल से बचाना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है और इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम इस लड़ाई को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाते हैं।

इस जागरूकता मार्च में एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के 150 छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। विश्वविद्यालय की टीम का नेतृत्व डॉ. मनिंदर कौर ने किया। इस दौरान विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर डॉ. रमेश चौहान और डीन डॉ. अश्वनी शर्मा व डॉ. नीलम शर्मा भी मौजूद रहे।

वॉकथॉन के समापन पर सभी प्रतिभागियों में एक नई ऊर्जा देखने को मिली। इस आयोजन ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि एकजुट होकर ही हिमाचल प्रदेश को एक स्वस्थ, सुरक्षित और पूरी तरह से चिट्टा-मुक्त बनाया जा सकता है।

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