नाहन: आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स यूनियन ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की अनदेखी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सीटू (CITU) के बैनर तले आयोजित बैठक के बाद यूनियन के सदस्यों ने बजट की प्रतियाँ जलाकर अपना विरोध जताया।
आंगनवाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स यूनियन की राज्य महासचिव वीना शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने इस बजट में आईसीडीएस (ICDS) के लिए मात्र 150 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की है, जो अपेक्षाओं से काफी कम है। उन्होंने कहा कि बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के वेतन में वृद्धि का कोई प्रावधान नहीं किया गया है, जो उनके साथ अन्यायपूर्ण है।
वीना शर्मा ने आगे कहा कि यूनियन 5 फरवरी को बजट के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगी और सरकार की इस नीति का लगातार विरोध जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं समाज के वंचित वर्गों के बच्चों और महिलाओं के लिए अथक परिश्रम करती हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है।
सीटू के जिला महासचिव आशीष कुमार ने बजट को पूंजीपतियों के हित में बताया और कहा कि यह बजट आम आदमी के हितों को पूरी तरह नजरअंदाज करता है। उन्होंने कहा, “यह बजट अमीर और गरीब के बीच की खाई को और बढ़ाएगा। अमीर और अमीर होते जाएंगे, जबकि गरीब और गरीब बनते जाएंगे।”
आशीष कुमार ने कहा कि सीटू इस बजट का लगातार विरोध करेगी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के हक के लिए संघर्ष जारी रखेगी। उन्होंने सरकार से मांग की कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के वेतन में तत्काल वृद्धि की जाए और उनकी सुविधाओं में सुधार किया जाए।
इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं शामिल हुईं, जिन्होंने सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। यूनियन ने सरकार से अपनी मांगों पर तत्काल ध्यान देने और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के हितों को सुरक्षित करने की अपील की है।