नाहन: आपातकाल में भी अब मददगार होंगी आशा वर्कर, चल रहा विशेष प्रशिक्षण

नाहन : अब आशा वर्कर सिर्फ स्वास्थ्य योजनाओं के प्रचार-प्रसार तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं भी दे सकेंगी। इसके लिए नाहन में आशा वर्कर्स को स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष 6 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत एमरजेंसी केयर की जानकारी दी जा रही है।

प्रशिक्षण की प्रभारी डॉ. तान्या अग्रवाल ने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आपदा प्रबंधन और आपातकालीन स्थितियों से निपटने की दृष्टि से बेहद अहम है। उन्होंने कहा, “यदि कहीं बिजली गिरती है, भूकंप आता है या कोई सड़क दुर्घटना हो जाती है, तो आशा वर्कर तत्काल मौके पर उचित सहायता उपलब्ध करा सके, इसके लिए उन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है।”

मददगार होंगी आशा वर्कर

डॉ. तान्या ने यह भी बताया कि ब्रेन स्ट्रोक, हार्ट अटैक और नॉन कम्युनिकेबल डिजीज़ (एनसीडी) जैसी गंभीर बीमारियों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। “यदि आशा वर्कर समय रहते मरीजों तक पहुंच जाती हैं, तो कई जानें बचाई जा सकती हैं।”

उन्होंने कहा कि विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में आशा वर्कर ही वह पहली स्वास्थ्य कर्मी होती हैं जिन तक लोग सबसे पहले पहुंचते हैं। ऐसे में उनका प्रशिक्षित होना न सिर्फ मरीजों के लिए राहतकारी होगा, बल्कि ग्रामीण स्वास्थ्य तंत्र को और अधिक मजबूत भी करेगा।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।