नाहन: आज टैक्सी यूनियन नाहन ने अपनी विभिन्न समस्याओं और मांगों को लेकर उपायुक्त एवं जिला दंडाधिकारी सिरमौर प्रियंका वर्मा से मुलाकात की। यूनियन के प्रधान आकर्षण शर्मा की अगुवाई में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने डीसी को ज्ञापन सौंपकर प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की।
यूनियन ने सबसे बड़ी चिंता यह जताई कि लंबे समय से निजी (व्हाइट प्लेट) गाड़ियाँ टैक्सी के रूप में चल रही हैं। ऐसे वाहन न केवल सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं बल्कि अधिकृत टैक्सी ऑपरेटरों को आर्थिक रूप से भी नुकसान पहुँचा रहे हैं।

आकर्षण शर्मा ने कहा कि यह जिम्मेदारी प्रशासन और रोड सेफ्टी क्लब की भी है कि वे लोगों को व्हाइट प्लेट और कमर्शियल टैक्सी में अंतर समझाएँ और इसके फायदे–नुकसान के बारे में जागरूक करें। टैक्सी चालकों का कहना है कि वे सरकार को टैक्स अदा करते हैं और नियमों का पालन करते हैं, जबकि निजी गाड़ियों पर यह जिम्मेदारी नहीं होती।
आकर्षण शर्मा ने बताया कि नाहन एक छोटा शहर है लेकिन यहाँ वाहनों का दबाव लगातार बढ़ रहा है। दिन-प्रतिदिन यातायात की समस्या गंभीर होती जा रही है। शहर में टैक्सियों के लिए कोई स्थायी टैक्सी स्टैंड नहीं है, जिससे चालकों और यात्रियों दोनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
यूनियन ने प्रशासन से आग्रह किया कि नाहन के भीतर उचित स्थान पर सड़क किनारे नाहन-कालाअंब दो सड़का में टैक्सी स्टैंड की व्यवस्था की जाए। इससे शहर की यातायात व्यवस्था सुचारु होगी और टैक्सियों के संचालन में पारदर्शिता आएगी।
टैक्सी यूनियन ने उपायुक्त को आश्वस्त किया कि वे केवल अपनी समस्याएँ ही नहीं बता रहे हैं बल्कि समाज और प्रशासन के साथ खड़े रहने का भी वचन देते हैं प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश ने आपदा की स्थिति देखी है। ऐसे हालात में यदि कभी प्रशासन या आम जनता को वाहनों की जरूरत पड़ती है तो यूनियन रियायती दरों पर टैक्सी उपलब्ध करवाने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है और आपात स्थिति में वाहन की आवश्यकता है तो यूनियन की ओर से हरसंभव मदद की जाएगी। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यदि समय रहते इन समस्याओं का हल नहीं किया गया तो नाहन में टैक्सी ऑपरेटरों के लिए काम करना और मुश्किल होता जाएगा।