शिमला: चंबा जिले की दूरदराज पांगी घाटी के किसानों के लिए अच्छी खबर है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा किया गया वादा पूरा करते हुए, प्रदेश सरकार इस बुधवार, 8 अक्तूबर से पहली बार पांगी में प्राकृतिक रूप से उगाए गए जौ की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर शुरू करने जा रही है।
सरकार ने जौ के लिए 60 रुपये प्रति किलोग्राम का MSP तय किया है, जिससे प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी।

विभाग ने पूरी की तैयारियां
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि कृषि विभाग ने खरीद के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। घाटी के हुड़ान, सेचु, सुराल, किलाड़ और साच में पांच खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं। इस योजना का लाभ उठाने के लिए अब तक पांगी के 80 किसान अपना पंजीकरण करवा चुके हैं।
प्राकृतिक खेती सरकार की प्राथमिकता
यह कदम प्रदेश सरकार की प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की नीति का हिस्सा है। इसी नीति के तहत, सरकार ने हाल ही में प्रदेश भर में 60 रुपये प्रति किलो के MSP पर प्राकृतिक गेहूं की खरीद भी पूरी की है, जिसमें 838 किसानों से 2,123 क्विंटल गेहूं खरीदा गया। इस गेहूं को ‘हिम-भोग’ ब्रांड के तहत आटा और दलिया के रूप में बेचा जाएगा। सरकार ने प्राकृतिक मक्का के लिए 40 रुपये और कच्ची हल्दी के लिए 90 रुपये प्रति किलो का MSP भी तय किया है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और ग्रामीणों के हाथों में सीधे पैसा पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में हाल ही में अर्की क्षेत्र से दुग्ध उत्पादकों के लिए 3 रुपये प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि की योजना भी शुरू की गई है।