मूसलाधार बारिश ने हिमाचल प्रदेश में मचाई तबाही, 1062 सड़कें क्षतिग्रस्त

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By Hills Post

शिमला: हिमाचल प्रदेश में बीते तीन दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि 24, 25 और 26 अगस्त को हुई भारी बारिश से पूरे प्रदेश में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक कर स्थिति की समीक्षा की है।

मंत्री ने बताया कि प्रदेश भर में कुल 1062 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। सबसे ज्यादा नुकसान कांगड़ा, चंबा और कुल्लू जिलों में हुआ है। इन तीन जिलों में बीते तीन दिनों में लगभग 85 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान दर्ज किया गया है।

कांगड़ा में भारी क्षति: कांगड़ा जिले में 25 और 26 अगस्त को करीब 30 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बीबीएमबी द्वारा पानी छोड़े जाने से भी कई पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं।

कुल्लू में पुलों को नुकसान: कुल्लू में पुराना मनाली को जोड़ने वाला पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा, ब्यास नदी पर बना पतलीकूहल पुल और भूतनाथ पुल का 50 मीटर संपर्क मार्ग बह गया है। इसकी मरम्मत के लिए 60 लाख रुपये की आवश्यकता है।

चंबा में संचार व्यवस्था बाधित: चंबा जिले में भी तीन दिनों की भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। यहां दूरसंचार प्रणाली पूरी तरह से बाधित हो गई है।

हमीरपुर में पुल क्षतिग्रस्त: हमीरपुर में भी एक 105 मीटर लंबा पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।

मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि क्षतिग्रस्त सड़कों को बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम जारी है और इसके लिए 912 मशीनें लगाई गई हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि प्रदेश में लगभग 800 किलोमीटर तक एनएचएआई सड़कों का काम चल रहा है, लेकिन भारी बारिश ने काम को बाधित किया है।

उन्होंने विधानसभा सचिवालय का आभार जताया, जिसने इस स्थिति का संज्ञान लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि क्षतिग्रस्त राष्ट्रीय राजमार्गों के मुद्दों को एनएचएआई के साथ उठाया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द बहाली का काम पूरा किया जा सके।

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