नाहन : ऐतिहासिक चौगान मैदान इन दिनों दयनीय स्थिति में है और यहां खेल‑कूद या अन्य गतिविधियों के लिए आने वाले युवाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मैदान की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है, जिससे यह साफ दिखाई दे रहा है कि नगर पालिका परिषद (MC) की अनदेखी के कारण क्षेत्र की प्रमुख खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए यह स्थल उपयुक्त नहीं रह गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर परिषद मैदान से होने वाली आमदनी तो वसूल रही है, लेकिन इसके रख‑रखाव और सौंदर्यीकरण पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। हाल ही में मैदान में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने अपने दम पर मैदान को ठीक किया। इसके अलावा, करीब एक माह बीत जाने के बावजूद नगर परिषद ने तेज हवाओं से गिरे पेड़ नहीं हटवाए और टूटी रेलिंग भी अभी तक ठीक नहीं करवाई।

नगर परिषद ने प्रस्ताव तो रखा है कि चौगान मैदान से होने वाली आमदनी का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा अस्थायी और स्थायी रूप से मैदान के रख‑रखाव और सौंदर्यीकरण पर खर्च किया जाएगा, लेकिन यह प्रस्ताव धरातल पर लागू होता नजर नहीं आ रहा। युवाओं का कहना है कि मेले के एक सप्ताह बाद भी मैदान को समतल नहीं किया गया, जिससे खेल और भर्ती की तैयारी में उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा आयोजित टूर्नामेंट के दौरान ही मैदान को समतल किया गया था, लेकिन यह काम भी नगर परिषद द्वारा नहीं बल्कि एसोसिएशन द्वारा किया गया।
नगर परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष संजय ने बताया कि उन्होंने संस्थानों से बात की है और भविष्य में MC और संस्थान मिलकर श्रमदान करेंगे। इसके अलावा, अगली बैठक में चौगान मैदान के सौंदर्यीकरण और रख‑रखाव पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि बारिश के बाद मैदान की हालत अक्सर खराब हो जाती है, लेकिन उन्होंने परसों ही मैदान की सफाई करवा दी है।
स्थानीय युवाओं और खेल संगठनों की मांग है कि नगर परिषद मैदान के रख‑रखाव को प्राथमिकता दे और इसे फिर से सुरक्षित, समतल और खेल योग्य स्थल बनाया जाए, ताकि नाहन का यह ऐतिहासिक चौगान मैदान अपनी शान लौट सके।