नाहन : राजगढ़ उपमंडल के एक सरकारी स्कूल में अध्यापक द्वारा छात्राओं के साथ की गई कथित अश्लील हरकतों के विरोध में आज फिर स्थानीय लोगों का गुस्सा सड़कों पर नजर आया। लोगों ने “बचपन बचाओ” संदेश के साथ मौन रैली निकाली और स्कूली परिसर में पहुंचकर शिक्षा विभाग की अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
इस मौन रैली में बड़ी संख्या में स्थानीय महिलाएं, पुरुष और अभिभावक शामिल हुए। सभी ने काले बिल्ले लगाकर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध दर्ज करवाया। रैली शिरगुल चौक से आरंभ होकर पुराने बाजार से होती हुई स्कूल तक पहुंची। सभी प्रतिभागी हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर न्याय की मांग कर रहे थे।

स्कूल में आज विभागीय जांच के लिए पहुंची उप निदेशक उच्च शिक्षा, रीता गुप्ता, ने प्रदर्शनकारियों की बात ध्यानपूर्वक सुनी। लोगों ने उन्हें छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता और नाराजगी जताते हुए एक लिखित ज्ञापन सौंपा।
उप निदेशक ने बताया कि वह पूरी निष्पक्षता से मामले की जांच करेंगी। उन्होंने कहा कि वह छात्राओं, उनके अभिभावकों, यौन उत्पीड़न समिति के सदस्यों और स्कूल स्टाफ के बयान दर्ज करेंगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि “अगर कोई दोषी पाया गया, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा और यदि कोई निर्दोष है, तो उसे जबरन फंसाया भी नहीं जाएगा।”
इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे बार-बार स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन न करें, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। उन्होंने कहा कि अपनी बातों को लिखित रूप में प्रशासन तक पहुँचाएं।
इस घटना को लेकर राजगढ़ में शिक्षा व्यवस्था पर कई सवाल उठ रहे हैं। लोग एक स्वर में यह मांग कर रहे हैं कि दोषियों पर त्वरित और सख्त कार्रवाई हो ताकि बेटियां सुरक्षित माहौल में शिक्षा प्राप्त कर सकें।