शिमला: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राजभवन में हिमाचल प्रदेश पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम के प्रबंध निदेशक पृथी पाल सिंह की पुस्तक ‘आषाढ़ का प्रथम दिवस’ का विमोचन किया।

यह पुस्तक महाकवि कालिदास की अमर रचना मेघदूत का काव्यात्मक हिंदी रूपांतरण है। इस अनुवाद के माध्यम से लेखक ने कालिदास के कालातीत सौंदर्य, कल्पनाशीलता और भावनात्मक गहराई को समकालीन भाषा में पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है, जिससे यह पाठकों, विशेषकर विद्यार्थियों और युवाओं के लिए और अधिक सुलभ हो सके।
इस पुस्तक की प्रस्तावना हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रख्यात लेखक शांता कुमार ने लिखी है जिन्होंने इसे एक उत्कृष्ट साहित्यिक प्रयास बताया है। इसका आवरण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित लघुचित्र कलाकार चंबा निवासी पद्मश्री विजय शर्मा द्वारा डिजाइन किया गया है, जो इस प्रकाशन को एक अनूठा कलात्मक आयाम प्रदान करता है।
इस अवसर राज्यपाल ने कहा कि कालिदास की रचनाएं भारतीय साहित्य और संस्कृति की आत्मा हैं। मेघदूत को काव्यात्मक हिंदी में प्रस्तुत करना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, जो न केवल कालिदास की रचनात्मक दृष्टि को पुनर्जीवित करती है, बल्कि पाठकों, विद्वानों और विद्यार्थियों को एक नया दृष्टिकोण भी प्रदान करती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पुस्तक साहित्य जगत में एक बहुमूल्य योगदान देगी।
पृथी पाल सिंह ने कहा कि यह पुस्कत गहन अध्ययन और दीर्घकालिक साहित्यिक रुचि का परिणाम है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ‘आषाढ़ का प्रथम दिवस’ पाठकों में वही सौंदर्यात्मक आनंद और भावनाएं जगाएगी जो कालिदास की उत्कृष्ट कृति के मूल में निहित है।