सोलन: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी प्रतिष्ठित नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2025 में शूलिनी यूनिवर्सिटी ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता का परचम लहराया है। शूलिनी ने हिमाचल प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के रूप में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है और देश के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल होने वाला यह प्रदेश का एकमात्र संस्थान बन गया है।

रैंकिंग में लगातार सुधार और फार्मेसी में भी दबदबा
इस वर्ष की रैंकिंग में शूलिनी यूनिवर्सिटी ने विश्वविद्यालयों की श्रेणी में एक स्थान का सुधार करते हुए 69वां रैंक हासिल किया है, जबकि पिछले वर्ष यह 70वें स्थान पर था। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय में लगातार हो रहे अकादमिक और अनुसंधान कार्यों की गुणवत्ता को दर्शाती है।
इसके अलावा, फार्मेसी के क्षेत्र में भी शूलिनी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश में 44वां स्थान हासिल किया है। इंजीनियरिंग में विश्वविद्यालय को 101-150 बैंड में जगह मिली है। इस वर्ष पहली बार शुरू की गई सतत विकास लक्ष्यों (SDG) की श्रेणी में भी शूलिनी ने 11-50 बैंड में स्थान बनाकर स्थिरता और सामाजिक प्रभाव के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है।
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने बताया गौरव का क्षण, तय किए नए लक्ष्य
इस शानदार उपलब्धि पर विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए चांसलर प्रोफेसर पी. के. खोसला ने कहा, “यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। हमने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है और अब हमारा अगला लक्ष्य दस अंकों की छलांग लगाकर टॉप 59 में जगह बनाना है। यह तभी संभव है जब हम सभी मिलकर इस लक्ष्य के लिए काम करें।”
प्रो-वाइस चांसलर विशाल आनंद ने इसे विश्वविद्यालय की यात्रा में एक और मील का पत्थर बताते हुए कहा, “यह हमारे शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। हमारा ध्यान अब टॉप 50 में शामिल होने पर केंद्रित है। अनुसंधान हमेशा से शूलिनी की आत्मा रहा है और हम इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।”
वहीं, कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला ने कहा, “यह उपलब्धि उस नवाचार और उत्कृष्टता को प्रमाणित करती है जो शूलिनी यूनिवर्सिटी की पहचान है। NIRF 2025 के परिणाम हमें दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से एक बनने की हमारी यात्रा को जारी रखने के लिए और अधिक प्रेरित करते हैं।”