शिमला: हिमाचल प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए, प्रदेश सरकार जिला सोलन के वाकनाघाट में एक अत्याधुनिक साइबर सिटी स्थापित करने जा रही है। 650 बीघा भूमि पर विकसित होने वाली इस साइबर सिटी में डाटा स्टोरेज, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और अन्य आईटी-आधारित उद्योगों को स्थापित किया जाएगा।
यह फैसला मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग की एक उच्च-स्तरीय बैठक में लिया गया। मुख्यमंत्री ने विभाग को इस महत्वाकांक्षी परियोजना का विस्तृत ब्लूप्रिंट जल्द से जल्द तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

कांगड़ा और शिमला के IT पार्क दिसंबर तक होंगे पूरे
बैठक में मुख्यमंत्री ने जिला कांगड़ा के चैतड़ू और शिमला के मैहली में बन रहे आईटी पार्कों के निर्माण कार्य की भी समीक्षा की और अधिकारियों को इन्हें दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य दिया। इसके अलावा, वाकनाघाट में बन रहे उत्कृष्टता केंद्र (Center of Excellence) में भी तेजी लाने और वहां एक AI प्रयोगशाला स्थापित करने के निर्देश दिए गए।
ई-ऑफिस और बायोमेट्रिक हाजिरी पर जोर
शासन में पारदर्शिता लाने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को अपनी कार्यप्रणाली पूरी तरह से डिजिटल करने और ई-ऑफिस प्रणाली को अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने सचिवालय के सभी अधिकारियों के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली से हाजिरी लगाना भी अनिवार्य कर दिया है। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं की ऑनलाइन निगरानी के लिए हर विभाग में एक नोडल अधिकारी तैनात करने का भी निर्देश दिया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (आईटी) गोकुल बुटेल, मुख्य सचिव संजय गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।