सोलन: राजकीय महाविद्यालय सोलन के अंग्रेजी विभाग के तत्वावधान में आज उच्च शिक्षा में तकनीकी एकीकरण के ज्वलंत मुद्दे पर केंद्रित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय अंतःशास्त्रीय सम्मेलन का भव्य शुभारंभ हुआ। उच्च शिक्षा के विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों में एआई (AI) और ऑटोमेशन का एकीकरण विषय पर आयोजित हो रहे इस सम्मेलन का संचालन हाइब्रिड मोड में किया जा रहा है, जो 23 दिसंबर तक चलेगा।

सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. मनीषा कोहली द्वारा किया गया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. कोहली ने बदलते वैश्विक परिदृश्य में आधुनिक शिक्षा प्रणाली के भीतर तकनीकी बदलावों की महती आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए पाठ्यक्रम में एआई का समावेश समय की मांग है। प्राचार्या के नेतृत्व और दूरदर्शी सोच के तहत आयोजित इस कार्यक्रम के लिए आयोजन समिति के प्रयासों की सराहना की गई।
उद्घाटन सत्र में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के ख्यातिप्राप्त वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए, जिनमें सुश्री अजरा ताजीजी, डॉ. विष्णु गोपन और डॉ. शमनाज बानो प्रमुख रूप से शामिल रहे। सत्र के दौरान प्रसिद्ध कवयित्री और व्याख्याता डॉ. शमनाज बानो ने मानविकी (Humanities) के विषयों के साथ तकनीक के समन्वय की प्रासंगिकता पर गहन प्रकाश डाला। उपस्थित विशेषज्ञों ने एआई-आधारित शिक्षा शास्त्र (Pedagogy) और पाठ्यक्रम डिजाइन में ऑटोमेशन की भूमिका पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए, ताकि उच्च शिक्षा को अधिक प्रभावी और रोजगारपरक बनाया जा सके।
इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में दिल्ली एनसीआर, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कश्मीर, झारखंड और उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों से लगभग 140 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है, जो इस विषय की व्यापकता और महत्व को दर्शाता है। इस दो दिवसीय आयोजन का मुख्य उद्देश्य उच्च शिक्षा में एआई और ऑटोमेशन के उपयोग को लेकर भविष्योन्मुखी सिफारिशें तैयार करना और एक सार्थक शैक्षणिक संवाद स्थापित करना है, जिससे आने वाले समय में विद्यार्थियों को तकनीकी युग के लिए बेहतर ढंग से तैयार किया जा सके।