हिमाचल प्रदेश में तीन साल में 1462 गंभीर अपराध दर्ज, 1313 मामलों की जांच पूरी

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By पंकज जयसवाल

शिमला : आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पूछे गए एक प्रश्न के लिखित उत्तर में सरकार ने बताया कि गत तीन वर्षों में 31 अक्तूबर 2025 तक प्रदेश में बलात्कार, हत्या और आत्महत्या के कुल 1462 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें बलात्कार के 1011, हत्या के 248 और आत्महत्या के 203 मामले शामिल हैं। दर्ज मामलों में से 1313 मामलों की छानबीन पूरी कर ली गई है, जबकि 149 मामले अब भी अन्वेषणाधीन हैं।​

सरकार के अनुसार लंबित 149 मामलों में से 148 मामलों की जांच हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा की जा रही है, जबकि एक मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के पास है। बलात्कार के 1011 मामलों में से 818 मामलों को न्यायालयों में प्रस्तुत किया जा चुका है, 72 मामले अन्वेषणाधीन हैं और 685 मामले विभिन्न अदालतों में विचाराधीन हैं। हत्या के 248 मामलों में से 190 न्यायालयों को भेजे गए हैं तथा 35 मामलों की जांच जारी है। आत्महत्या से संबंधित 203 मामलों में 122 मामलों को अदालतों में भेजा गया है, जबकि 42 मामलों की जांच अभी पूरी नहीं हुई है।​

दस्तावेज के अनुसार बलात्कार, हत्या और आत्महत्या सहित कुल 1462 मामलों में से 33 मामलों में सजा हो चुकी है, जबकि 107 मामलों में बरी होने के आदेश आए हैं और 3 मामलों में समझौता/वापसी दर्ज की गई है। शेष 987 मामले फिलहाल विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन हैं।​

सीबीआई को भेजे गए एकमात्र मामले का भी ब्यौरा सरकार ने सदन के पटल पर रखा है। यह मामला 19 मार्च को न्यू शिमला थाना में दर्ज हुआ था। शिकायतकर्ता किरण नेगी ने बताया था कि उनके पति विमल नेगी का शव 18 मार्च 2025 को भाखड़ा डैम में मिला। यह मामला पहले थाना स्तर पर जांचाधीन था, लेकिन उच्च न्यायालय के आदेश के बाद इसे आगे की जांच के लिए सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया गया। वर्तमान में सीबीआई जांच जारी है।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।