शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पूछे गए प्रश्न के जवाब में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2023 और 2025 की आपदाओं से प्रदेश के कुल 1768 शिक्षण संस्थान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें से वर्ष 2023 की आपदा में 1209 शिक्षण संस्थानों को नुकसान पहुँचा, जबकि वर्ष 2025 की आपदा में 559 शिक्षण संस्थान प्रभावित हुए।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि वर्ष 2023 की आपदा से प्रभावित शिक्षण संस्थानों की मरम्मत हेतु सरकार ने 40.86 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की थी, जिसमें से विभाग द्वारा 21.31 करोड़ रुपये व्यय भी किए जा चुके हैं। इस अवधि में सबसे अधिक नुकसान मंडी जिले में हुआ, जहाँ 114 संस्थान प्रभावित हुए और लगभग 8 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई। इसके अलावा कांगड़ा में 106, चंबा में 67, कुल्लू में 110 और शिमला में 134 शिक्षण संस्थान क्षतिग्रस्त हुए। सिरमौर जिले में 13 संस्थानों के लिए स्वीकृत राशि का पूरा व्यय किया जा चुका है।

वहीं वर्ष 2025 की आपदा से प्रदेश के 559 शिक्षण संस्थान क्षतिग्रस्त हुए। इनकी मरम्मत के लिए कुल 31.38 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आँकी गई है। शिक्षा विभाग द्वारा अब तक 16 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है, लेकिन इसका अभी तक व्यय नहीं हो पाया है। सबसे अधिक नुकसान मंडी जिले में हुआ, जहाँ अकेले 306 शिक्षण संस्थान क्षतिग्रस्त पाए गए हैं। इसके अतिरिक्त शिमला में 45, कांगड़ा में 62, चंबा और हमीरपुर में 28-28, जबकि सिरमौर में 7 और बिलासपुर में 21 शिक्षण संस्थान प्रभावित हुए।
शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि 2025 की आपदा से प्रभावित संस्थानों के पुनर्निर्माण और मरम्मत कार्य के लिए जारी राशि का उपयोग शीघ्र शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में प्राथमिकता के आधार पर कार्य कर रही है ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो।