सिरसा:  खिलाडिय़ों को डोपिंग व प्रतिबंधित दवाओं के बारे में जागरूक बनाने के लिए केन्द्र सरकार व खेल संगठनों, खिलाडिय़ों व तकनीकि अधिकारियों को मिलकर काम करना चाहिए । यह बात भारतीय मुक्केबाजी फैडरेशन के अध्यक्ष व ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने शनिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार एक अध्यादेश जारी कर दवाओं के ऊपर लगे लेवल पर यह उल्लेख सुनिश्चित करवाए कि खिलाडिय़ों के लिए इस दवा का सेवन प्रतिबंधित है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि खिलाडिय़ों के साथ-साथ केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध करवाए गए तकनीकी अधिकारियों, कोच व चिकित्सकों को भी खिलाडिय़ों के साथ-साथ खेल संगठनों व सरकार के साथ बेहतर तालमेल करके इस कलंक को धोने में विशेष भूमिका निभानी चाहिए।

अनुभवहीन हैं देश के चिकित्सक

उन्होंने कहा कि आज देश के अनेक भागों में कार्यरत चिकित्सकों को भी इस बात की व्यापक जानकारी नहीं है कि कौन-कौन सी दवाएं खिलाडिय़ों के लिए प्रतिबंधित हैं और उसके इस्तेमाल से खिलाडिय़ों पर डोपिंग टेस्ट के दौरान क्या प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि देश में खेलों से सम्बन्धित विशेषज्ञ चिकित्सक बहुत थोड़े हैं और आम सामान्य शहरों व कस्बों में कार्यरत चिकित्सकों को प्रतिबंधित दवाओं के बारे में व्यापक अनुभव नहीं है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी अपने गांव व शहर के स्तर से उठकर जिला व राज्य स्तर पर आता है और राष्ट्रीय स्तर पर आने के बाद वे खेल संगठनों व भारतीय खेल प्राधिकरण के सम्पर्क में जुड़ जाता है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इस समय करीब 250 दवाएं ऐसी हैं जिनके इस्तेमाल से डोपिंग टेस्ट के दौरान खिलाड़ी पॉजिटिव पाए जाते हैं। अगर किसी प्रतिष्ठित अथवा अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी पर डोपिंग के आरोप लगते हैं तो उससे न सिर्फ उस खिलाड़ी का भविष्य बर्बाद होता है बल्कि देश की बदनामी होने के साथ-साथ मेडल मिलने की संभावनाएं भी समाप्त हो जाती हैं।

फैडरेशन चलाएगी अभियान

उन्होंने कहा कि उनकी फैडरेशन जल्द ही टीम के राष्ट्रीय कोच व चिकित्सकों को साथ लेकर इस सम्बन्ध में खिलाडिय़ों को जागरूक बनाने के लिए एक व्यापक अभियान चलाएगी ताकि खेलों पर लगने वाले डोपिंग के बदनुमा दाग को धोया जा सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हित में केन्द्र के साथ-साथ राज्य सरकारों, शिक्षण संस्थानों व मीडिया को भी देशहित में चलाए जाने वाले इस कार्यक्रम व अभियान में अपना योगदान देना चाहिए।

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