ऊना: जिला ऊना के बसाल में प्रस्तावित डेयरी का उत्कृष्ठता केंद्र के लिए तकनीकी सहायता डेनमार्क सरकार प्रदान करेगी, जिसके लिए दोनों देशों की सरकारों के बीच एमओयू जल्द ही हस्ताक्षरित होगा। यह जानकारी देते हुए ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित डेनमार्क दौरे के दौरान एमओयू पर मुहर लगेगी। उन्होंने कहा कि डेनमार्क सरकार के तकनीकी मार्गदर्शन में स्थापित किए जाने वाले इस केंद्र में सभी कार्य पूर्ण रूप से स्वचलित होंगे तथा पशुओं की देखरेख के लिए रोबोट प्रयोग में लाए जाएंगे।

कंवर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्थापित होने वाला बसाल डेयरी उत्कृष्ठता केंद्र पूरे उत्तर भारत में ऐसा पहला केंद्र होगा, जहां पशुपालकों को आधुनिक पशुपालन में प्रशिक्षण की सुविधा प्राप्त होगी तथा प्रदेश में ही उच्च नस्ल की गाय उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उच्च नस्ल की गायें उपलब्ध करवाने, दूध उत्पादन को बढ़ावा देने तथा किसानों को पशुपालन संबंधी आधुनिक प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के लिए ऊना जिला के बसाल में डेनमार्क सरकार की सहायता से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी।

उत्कृष्ठता केंद्र की स्थापना से जिला ऊना ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के पशु पालकों को एक बहुत बड़ी सुविधा मिलेगी, जिसके लिए बसाल में पशुपालन विभाग  को 09-93-34 हेक्टेयर भूमि आबंटित कर दी गई है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि केंद्र सरकार की सहायता से स्थापित किए जाने वाले उत्कृष्ठता केंद्र पर अनुमानित 44.12 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जाएगी, जिसमें से केंद्र सरकार द्वारा 12.92 करोड़ की राशि प्रदेश सरकार को उपलब्ध करवा दी गई है। 

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