सिरसा: समाज में नारी को अत्याचारों से मुक्त करने का संकल्प लेकर कार्य करना ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। यह बात जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा. शिवा शर्मा ने आज स्थानीय सी.एम.के कॉलेज में जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित महिला अत्याचार निवारण कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि महिलाओं के अत्याचार संबंधी मामलों के निर्णय में अदालतों को भी कठोरता बरतनी होगी, तभी महिलाओं को उनके अधिकारों की प्राप्ति हो सकती है और महिलाएं पूरी तरह सशक्त हो सकती है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला उपायुक्त सी.जी रजिनीकांथन ने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों से आगे खड़ी है। महिलाओं का उत्पीडऩ क्यों हो रहा है। यह एक चिंतनीय विषय है। उन्होंने इस कार्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि गांधी जी महिला सशक्तिकरण के पक्षघर थे और हम सबको गांधी जी के बताए मार्ग पर चलकर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में आवाज उठानी होगी, तभी नारी सशक्तिकरण का गांधी जी का सपना साकार होगा।

अतिरिक्त उपायुक्त पंकज चौधरी ने कहा कि भारतीय समाज में नारी का सम्मानीय स्थान रहा है लेकिन भौतिकता के प्रभाव के चलते नारी के सम्मान में कही कमी आई है जिसके कारण देश और प्रदेश में भू्रण हत्याएं बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भू्रण हत्या रोकने के लिए सामाजिक अभियान चलाने होंगे जिसमें पुरुष और महिलाओं के साथ-साथ छात्र-छात्राओं की भी भागेदारी सुनिश्चित हो।

सेमिनार में बलबीर कौर एडवोकेट जो लीगल कांउसिल की एडवोकेट भी है ने पी.एन.डी.टी एक्ट पर अपने विचार रखे और कहा कि यह एक्ट भ्रूण हत्या जैसे मामलों को रोकने में और अधिक महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इसके लिए विशेष रुप से समाज के शिक्षित वर्ग को आने आना होगा और जो भी दंपत्ति, डॉक्टर व अन्य व्यक्ति भू्रण हत्या जैसी जघन्य अपराध से जुड़े हो उनको सजा दिलवानी होगी।

प्रोटेक्शन अधिकारी साधना मित्तल ने घरेलु महिलाओं के घरेलु हिंसा एक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने वैवाहिक संबंधों के एक्ट, लीगल रिलेशनशिप एक्ट के बारे में तथा आर्थिक हिंसा और सैक्सूअल हिंसा और भावनात्मक हिंसा की परिभाषाओं को भी विस्तारित किया। स्थानीय चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय विधि विभाग के प्राध्यापक डा. जे.एस जाखड़ ने महिलाओं के प्रति कू्ररता संबंधी कानूनी पहलुओं की जानकारी दी। इसी प्रकार से स्थानीय राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्य उर्मिल ने भी देश में महिलाओं की सामाजिक स्थिति के बारे में व्यक्तत्व दिया। इससे पूर्व सी.एम.के कॉलेज की प्राचार्य डा. विजया तोमर ने कॉलेज परिवार की तरफ से सभी अतिथिगण का स्वागत किया और कहा कि उन्हें आज इस कार्यक्रम का आयेाजन करके गर्व हो रहा है। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने नारी उत्थान व सशक्तिकरण से संबंधी कविताएं प्रस्तुत की। ज्ञान-विज्ञान समिति के बच्चों ने भी नारी सशक्तिकरण से संबंधित गीत की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर डा. आर.एस सांगवान मुख्य संरक्षक सिरसा एजुकेशन सोसायटी ने सभी का धन्यवाद किया। सिरसा एजुकेशन सोसायटी के तरफ से सभी अतिथिगण को शॉल एवं स्मृति चिन्हृ देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नरेश सिंघल, सिरसा एजुकेशन सोसायटी के प्रधान प्रवीण बागला, खजांची डा. करण सिंह व सोसायटी के सभी सदस्यों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व अधिकारीगण उपस्थित थे।

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