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सिरमौर के राजगढ़ क्षेत्र की चार महान विभुतियों का नागरिक अभिंनदन 

सोलन: सामाजिक समरसता मंच राजगढ़ द्वारा आज राजगढ़ में क्षेत्र की चार महान विभूतियों का नागरिक अभिंनदन किया। इस कार्यक्रम मे विश्व प्रसिद्ध नेत्र विषेशज्ञ और पी.जी.आई. चंडीगढ़ के पूर्व डायरेक्टर पदमश्री डॉक्टर जगत राम, प्रसिद्ध साहित्यकार एवं शोधकर्ता व लेखक पदमश्री विद्यानंद सरैक, महान संगीतकार पंडित डाक्टर कृष्ण लाल सहगल व प्रसिद्ध कलाकार डाक्टर जोगेंद्र हांब्बी का नागरिक अभिनंदन किया गया । यह चारों सिरमौर जिला के राजगढ़ उपमंडल के अलग-अलग क्षेत्रो से रखते हैं । इनमें विश्व प्रसिद्व नेत्र विशेषज्ञ पदम श्री डाक्टर जगत राम पबियाना से प्रसिद्व लेखक, शौधकर्ता व साहित्यकार विद्यानंद सरैक देवठी मंझगांव, प्रसिद्ध साहित्यकार एवं कलाकार पंडित डाक्टर कृष्ण लाल सहगल भूईरा से व सिरमौर की संस्कृति को विश्व में पहचान दिलाने वाले डाक्टर जोगेंद्र हाब्बी शामिल है। 

rajgarh honor

सामाजिक समरसता विकास मंच राजगढ़ द्वारा इन चारों को अलग-अलग क्षेत्रों में किये गये उतकृष्ट कार्य के बाद मिले विभिन्न सम्मान प्राप्त करके राजगढ़ व सिरमौर क्षेत्र का नाम देश-विदेश में रोशन करने के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पदम श्री डाक्टर जगत राम ने अपने जीवन के कठिन समय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने भारी आर्थिक तंगी के बाद किस तरह अपनी प्रारभिक शिक्षा पूरी की तथा एक सफल चिकित्स्क बने । उन्होंने सभी युवाओं से कहा कि वे अपने जीवन में अपने लक्ष्य को निर्धारित करके उसे पाने के लिए लगातार मेहनत व कठिन परिश्रम करे ।

पदमश्री विद्यानंद सरैक ने अपने संबोधन में सिरमौर जिला की सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डाला व यहां की समृद्ध लोक संस्कृति एवं रिति रिवाजो व देव पंरपराओं के संरक्षण एवं संवर्धन एवं संरक्षण की अपील आम लोगो से की । पंडित डाक्टर कृष्ण लाल सहगल ने अपने संबोधन में अपने जीवन के प्रारंभिक दिनो में कठिन समय व आर्थिक तंगी के बावजूद इस मुकाम तक पंहुचने पर प्रकाश डाला और अपनी इस सफलता का श्रेय अपने गुरुजनो को साथियों को दिया ।

प्रसिद्व कलाकार  डाक्टर जोगेन्द्र सिह हाब्बी ने चुडेश्वर सांस्कृतिक दल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला । सामाजिक समरसता मंच राजगढ़ के मुख्य सलाहाकार वेद प्रकाश ठाकुर, व सदस्य सुभाष ठाकुर ने सामाजिक समरसता मंच के गठन व इसके उद्वेश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला । इस अवसर पर एक भव्य पहाड़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

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