नई दिल्ली: कृषि मंत्रालय तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में राज्य मंत्री प्रो0 के0 वी0 थॉमस ने आज राज्य सभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में बताया कि गेंहू की 22 किस्में यूगांडा 99 (यूजी 99) रोग के प्रतिरोध पायी गई है।

नये काले रतुआ रेस यूजी 99 के लिए कीनिया तथा इथोपिया में हॉट-स्पॉट दशाओं के तहत किस्मों और उन्नत प्रजनन वंशक्रमों की लगातार जांच की जा रही है। वर्ष 2009-10 के दौरान कीनिया में जांच किये गये 421 जीनोटाइप्स में से 40 जारी की गई किस्में यूजी 99 की प्रतिरोधी पाई गई। इन किस्मों में से 22 किस्में अर्थात् डीबीडब्ल्यू 17, डीडीके 1009, डीएल 153-2, डीएल 788-2, एचडी 4672, एच आई 8498, एचआई 8627, एचपी 1761, एचएस 395, एचएस 420, एचयूडब्ल्यू 234, लोक-1, एमएसीएस 2846, एनआईडीडब्ल्यू 295, एनडब्ल्यू 291, यूपी 2338, वीएल 829, डब्ल्यू एच 147, डब्ल्यू एच 542 तथा डब्ल्यू एच 896 को भारत में व्यावसायिक खेती के लिए बीज उत्पादन श्रृंखला में शामिल किया गया है।

यूजी 99 रोग के प्रतिरोधी पाई गई किस्मों की देश के गेहूं उगाने वाले क्षेत्रों की विभिन्न उत्पादन प्रणालियों में व्यावसायिक स्तर पर खेती पहले से की जा रही है।

यूजी 99 के प्रति प्रवण क्षेत्रों में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भा0कृ0अ0प0) द्वारा लगातार सर्वेक्षण एवं निगरानी की जाती है। इस समय, यह रोग भारत में नहीं है। तथापि यूजी 99 की प्रतिरोधी तथा अधिक उपज देने वाली उन्नत किस्मों के विकास के लिए प्रजनन कार्यक्रम लगातार जारी है।

विभिन्न क्षेत्रों में जल की कमी को ध्यान में रखते हुए उन बीजों की आवश्यकता है जो कम पानी की खपत से ज्यादा उपज दे सकें। जल कुशलता वाली गेहूं की उन्नत किस्में अर्थात् एनआईएडब्ल्यू 917, जेडब्ल्यू 3020, सीओडब्ल्यू (डब्ल्यू) 1, एचएस 490 वीएल 892, एमपी 3211 तथा एचडी 2987 जारी की गई हैं।

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