नाहन : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व नजदीक आते ही शहर के बाजार भक्ति और उल्लास के रंग में रंग गए हैं। जहां नजर डालो, वहां कान्हा के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की मनमोहक झलक दिखाई दे रही है। श्रद्धालुओं का उत्साह इतना है कि सुबह से देर रात तक बाजारों में रौनक बनी रहती है। शहर के मुख्य बाजारों के साथ-साथ आसपास के गांवों से भी लोग भारी संख्या में खरीदारी करने पहुंच रहे हैं।
इस मौके पर नाहन के नवल किशोर संस का नाम विशेष रूप से लिया जा रहा है, जो बीते 20–25 वर्षों से श्रद्धालुओं तक भगवान लड्डू गोपाल की सेवा सामग्री पहुँचा रहा है। इस सेवा की शुरुआत आशीष गुप्ता ने उस समय की थी, जब करीब 25 वर्ष पहले उन्होंने अपने परिवार के साथ लक्ष्मी नारायण मंदिर में लड्डू गोपाल की स्थापना करवाई थी। उसी समय उन्होंने संकल्प लिया था कि हर घर में ठाकुरजी की स्थापना हो और भक्त अपने ईष्ट को स्नेह व भक्ति से सजा सकें।

इस संकल्प को पूरा करने के लिए वे हर साल स्वयं वृंदावन और मथुरा से 0 से 12 साइज तक की ड्रेस, मुकुट, झूले, माला, रुद्राक्ष, तुलसी माला और अन्य पूजनीय सामग्री ‘विरासत’ ब्रांड नाम से, पारंपरिक कारीगरों से खुद बनवाते हैं, ताकि नाहन के भक्तों को कम से कम कीमत पर उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री उपलब्ध हो। साथ ही, लड्डू गोपाल की सेवा के लिए आवश्यक सभी सामग्रियां, जैसे वस्त्र, आभूषण, भोग पात्र और सजावट का पूरा सामान एक ही स्थान पर मिल जाता है।
आशीष गुप्ता का कहना है कि उनका उद्देश्य सिर्फ व्यापार करना नहीं, बल्कि भक्ति और परंपरा को घर-घर तक पहुँचाना है, “जब कोई भक्त अपने ठाकुरजी को सजाता है, तो वह सिर्फ एक क्रय-विक्रय नहीं, बल्कि हमारे लिए सेवा और पुण्य का कार्य है,” ।
गुणवत्ता, किफायती दर और पारंपरिक डिजाइन के कारण नवल किशोर संस नाहन ही नहीं, बल्कि आसपास के क्षेत्रों के भक्तों का भी भरोसेमंद केंद्र है। जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर यहां की रौनक देखते ही बनती है।