शिमला: भारतीय स्टेट बैंक इंडिया फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष निक्सन जोसफ ने वीरवार को ए.पी.जी. शिमला विश्वविद्यालय में पास-आउट छात्रों की जॉब-प्लेसमेंट कार्यशाला में बतौर विशेषज्ञ शिरकत कर छात्रों को हर क्षेत्र में कामयाब होने के लिए उनका मार्गदर्शन किया।

कार्यशाला का आयोजन ए.पी.जी. शिमला विश्वविद्यालय की जॉब-प्लेसमेंट विभाग की अध्यक्षा डॉ. मोनिका वर्मा और डीन एकेडमिक्स प्रो. डॉ. आनंदमोहन शर्मा की अगुवाई में किया गया। कार्यशाला में निक्सन जोसफ ने छात्रों से संवाद करते हुए कहा कि आपने विश्वविद्यालय से जो स्किल्स अपने कोर्स डिग्री से संबंधित सीखी है, उस स्किल्स को अपने आप में स्थापित करके हर क्षेत्र में स्थापित करना है।
जोसफ ने कहा कि आप में स्किल्स है तो आप आज के युग की आवश्यकता को देखते हुए नौकरी की तरफ मत भागो, बल्कि आप स्वयं उद्यमी बनें और आपका ये प्रयास रहे कि आप उद्यमी बनकर दूसरों को काम दें, नौकरी दें। एक सफल उद्यमी बनकर युवा -भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और यह तभी हो सकता है जब आपके अंदर स्किल्स, नेतृत्व शक्ति, कम्युनिकेशन स्किल्स, अनुशासन, समस्याओं का हल करना, नई सोच, नवाचारों में श्रेष्ठतम ज्ञान के साथ बेहतर अनुभव हो। जोसफ ने कहा कि जॉब का मतलब या उद्यमी बनकर सिर्फ पैसा कमाना ही नहीं है बल्कि मानव समाज और राष्ट्र के विकास में साकारात्मक योगदान देना है।
जोसफ ने कहा कि भारत में अब भी शिक्षा के पुराने मॉडल को अपना रहे हैं, इससे बेरोजगारी जैसी समस्याओं से निपटने का हल नहीं हो सकता। हालांकि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से उम्मीद जगी है। इस अवसर पर जोसफ एस.बी.आई. इंडिया फाउंडेशन और एसबीआई फाउंडेशन इंडिया फेलोशिप के उद्देश्यों, गतिविधियों और समाज में इसके योगदान के बारे में चर्चा की। छात्रों ने भी अपने सवाल पूछे और एस.बी.आई. इंडिया फाउंडेशन और सफल उद्यमी बनने के बारे में अधिक जानने का अवसर प्राप्त किया। जोसफ ने कहा कि एस.बी.आई. इंडिया फाउंडेशन की पहल शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण जैसे क्षेत्रों में समाज के विभिन्न वर्गों के लिए लाभकारी साबित हो रही हैं।
छात्रों ने इस बातचीत से बहुत कुछ सीखा और एसबीआई इंडिया फाउंडेशन के कार्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद मिली। जोसफ ने कहा कि एस.बी.आई. इंडिया फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य भारत में सामाजिक विकास को बढ़ावा देना है। यह मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में काम करता है, और वंचित समुदायों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न पहलों का समर्थन करता है, ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा सुधार और युवाओं को कौशल विकास के अवसर प्रदान करना, विशेष रूप से वंचित समुदायों के लिए और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों का सहयोग देना, ग्रामीण समुदायों को आजीविका के अवसर प्रदान करना, पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता को बढ़ावा देना, जैसे कि जल संरक्षण और अपशिष्ट प्रबंधन।
जोसफ ने कहा कि एसबीआई फाउंडेशन विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से इन लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करता है और एसबीआई यूथ फॉर इंडिया फेलोशिप के माध्यम से युवाओं को ग्रामीण विकास परियोजनाओं पर गैर सरकारी संगठनों के साथ काम करने का अवसर प्रदान करता है। एसबीआई फाउंडेशन का उद्देश्य भारत में सामाजिक न्याय और सतत विकास को बढ़ावा देना है, विशेष रूप से वंचित समुदायों के लिए।
जॉब प्लेसमेंट की अध्यक्षा डॉ. मोनिका वर्मा, डीन एकेडमिक्स प्रो. डॉ. आनंदमोहन, सभी संकायों के विभागाध्यक्षों ने छात्रों को सफल उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करने और उनका मार्गदर्शन करने के लिए एसबीआई फाउंडेशन इंडिया के पूर्व अध्यक्ष निक्सन जोसफ और एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के प्रशासन व प्रबंधन का धन्यवाद किया।