हिसार:  सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार शनिवार को पीडब्ल्यूडी के नेशनल हाईवे विंग ने चौधरीवास के पास सरकारी जमीन पर बने मंदिर को तोड़ दिया। ग्रामीणों ने एतराज भी जताया लेकिन भारी पुलिस फोर्स के सामने किसी की नहीं चली। मंदिर की शिव मूर्ति और हनुमान मूर्ति को निकालकर किनारे रख दिया गया।

राष्ट्रीय राजमार्ग 65 पर तोड़ा गया यह मंदिर चार से पांच साल पुराना है। तहसीलदार ओपी बिश्नोई के नेतृत्व में पुलिस और प्रशासन का अमला शाम करीब साढ़े चार बजे गांव पहुंचा। जब इन लोगों ने जेसीबी से मंदिर को गिराने की शुरूआत की तो भारी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए। अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई में नेशनल हाईवे विंग के एसडीओ फूलचंद मेहरा, जेई महेंद्र सिंह और अशोक मिश्रा शामिल थे।

शहर से तीन किलोमीटर की दूर राधा स्वामी आश्रम के सामने नेशनल हाईवे पर सालों पुरानी बाबा ठंडा-गर्म पीर की दरगाह शनिवार को प्रशासन ने गिरा दी। नेशनल हाईवे विभाग ने पीला पंजा चला पूरे भवन को ढहा दिया। पीर दरगाह पर चली इस कार्रवाई को ड्यूटी मजिस्ट्रेट व हिसार के तहसीलदार ओपी बिश्नोई, नेशनल हाईवे विभाग के एसडीओ फूल चंद मेहरा व थाना प्रभारी रणबीर सिंह के नेतृत्व में अंजाम दिया।

प्रशासन की ओर से शनिवार को पीर दरगाह पर पीला पंजा चलाए जाने के दौरान किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुख्ता बंदोबस्त किए हुए थे तथा यहां भारी पुलिस बल लगाया गया था। प्रशासन ने शनिवार दोपहर को दरगाह पर बनी बाउंड्री व तीन कमरों को ढहाना शुरू कर दिया। करीब तीन घंटों कार्रवाई चली।

नेशनल हाईवे विंग के निशाने पर ऑटो मार्केट के पास स्थित मंदिर और जीजेयू के निकट स्थित मंदिर भी हैं। सूत्रों ने बताया कि ऑटो मार्केट के पास के मंदिर को भी शनिवार को ही तोड़ा जाना था, लेकिन बजरंग दल ने डीसी से मिलकर यह निर्णय फिलहाल स्थगित करवा दिया |

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