शिमला : समाज के प्रति यदि आप अपनी सहभागिता की अहमियत को समझते है तो आप फिर किसी भी बेसहारा का सहारा बन सकते है। मानवता की सेवा को धर्म में भी श्रेष्ठ रखा गया है। ऐसा ही कार्य पिछले पांच सालों से शिमला शहर के लोअर बाजार में शिवदयाल रोशन लाल फर्म करती आ रही है। क्षय रोगियों के प्रति फर्म की दया और प्रेम भावना ने इन्हें समाज के सरोकार में लगा दिया हैै। यह फर्म पिछले पांच सालों से क्षय रोगियों को मुफ्त में दवाइयां मुहैया करवा रही है।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने शिवदयाल रोशन लाल फर्म को बुधवार को अपने कार्यालय में बेहतरीन कार्य करने पर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि फर्म लोअर बाजार में दवाईयों की थोक विक्रेता के तौर पर काम करती है।
बैठक में बताया गया कि पांच साल पहले एक दिन दुकान पर एक व्यक्ति बैठा हुआ था। उस समय एक व्यक्ति टीबी की दवाई लेने के लिए आया था। लेकिन उन दिनों टीबी की दवाई आसानी से नहीं मिल पाती थी। क्योंकि रिकॉर्ड का रखरखाव काफी होता था। ऐसे में दुकान पर बैठे व्यक्ति ने आग्रह किया उक्त मरीज को दवाई मुहैया करवाने की कोशिश करें। इसके बाद फर्म ने दवाई मुफ्त में मुहैया करवा दी। फिर धीरे-धीरे यहां पर क्षय रोगी दवाई लेने आने लगे और फर्म के साथ बहुत से दानकर्ता जुड़े है जो क्षय रोगियों को दवाईयां फर्म के माध्यम से मुहैया करवा रहे है। जिला स्वास्थ्य विभाग कि ओर से अनुशंसा आने पर ही दवाई मरीज को दी जाती है।
फर्म के कर्मचारी भानू ने बताया कि शिवदयाल रोशन लाल फर्म लंबे समय से क्षय रोगियों को सहायता मुहैया करवा रही है। हमारे दानकर्ता भी अपनी पहचान जाहिर करना नहीं चाहते है और उनका मानना है कि अधिक से अधिक लोगों की सेवा हो जाए यही उनका धर्म है।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि शिवदयाल रोशन लाल फर्म को योगदान क्षय रोगियों के लिए काफी अहम है। पिछले पांच सालों से मरीजों को मुफ्त में दवाई उपलब्ध करवा रहे है जोकि कई गरीब परिवारों के लोगों के लिए मददगार साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि समाज के अन्य लोगों को भी सेवा धर्म में अपनी सहभागिता निभाने के प्रयास करने चाहिए।
जिला क्षय रोग अधिकारी विनीत लखनपाल ने कहा कि फर्म पिछले पांच सालों से क्षय रोगियों की मदद कर रही है। अगर अंदाजा लगाया जाए तो तकरीबन अभी तक 12 से 15 लाख रुपए की दवाइयों मुफ्त में मरीजों को बाँट चुकी है जिसके लिए इन्हें पहली बार सम्मानित किया गया है।