सिरसा:  शिक्षा से मनुष्य का सर्वागीण विकास होता है इसलिए मानव जीवन में शिक्षा बहुत जरुरी है। ये विचार जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा. शिवा शर्मा ने स्थानीय जिला जेल में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपन विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्र का उद्घाटन करने पश्चात बंदियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। जिला जेल में खुलने वाला इग्रू का यह अध्ययन केंद्र करनाल के बाद प्रदेश का पहला अध्ययन केंद्र है। उन्होंने कहा कि इस अध्ययन केंद्र में अध्ययन करने वाले सभी बंदियों को निशुल्क शिक्षा मुहैया करवाई जाएगी, यहां तक की परीक्षा फीस भी बंदियों से नहीं वसूली जाएगी और सभी प्रकार की पाठ्य सामग्री बंदियों को निशुल्क मुहैया करवाई जाएगी जिससे जेल में सजायाफता बंदी अपनी शैक्षणिक योग्यता बढ़ा पाएंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा हर नागरिक का मौलिक अधिकार है, इसलिए शिक्षा के अवसर उपलब्ध करवाने में चाहे केंद्र सरकार हो या राज्य सरकारें हो उन्हें भरसक प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा से व्यक्ति में नम्रता आती है और नम्रता से योग्यता व योग्यता से धन की प्राप्ति होती है जिससे व्यक्ति को सुख मिलता है इसलिए हर व्यक्ति को चाहिए कि वह शिक्षा के किसी भी अवसर को हाथ से न जाने दे। उन्होंने जिला जेल परिसर में पाठशाला भवन का भी उद्घाटन किया।

इस अवसर पर इग्नू के शैक्षिक कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए रिजनल डायरेक्टर सी.एल शर्मा ने बताया कि इससे पहले राज्य में इग्नू का स्टडी सैंटर सुचारु रुप से कार्य कर रहा है और जिसके सार्थक परिणाम भी सामने आए है। उन्होंने बताया कि इग्नू से विभिन्न देशों के 3 लाख से भी अधिक छात्र-छात्राएं जुड़े हुए है और वे विभिन्न संकायों में दुरस्थ शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यमों से शिक्षा प्राप्त कर रहे है। उन्होंने बताया कि देश और विदेशों में तीन हजार से भी अधिक स्टडी सैंटर स्थापित हो चुके है जिनमें 21 विषयों में एकेडमिक डिग्रियों के लिए अध्ययन करवाया जा रहा है। इससे पूर्व उपायुक्त सी.जी रजिनीकांथन ने जेल परिसर में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए तीन आरओ सिस्टम लगवाने का आश्वासन दिया। जिला जेल अधीक्षक जितेंद्र सेठी ने जेल में संचालित की जा रही विभिन्न प्रकार की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जेल में वीडियो कांफ्रेस की सुविधा मुहैया करवाई गई है और इंटरनेट के माध्यम से जेल में विभिन्न न्यायालयों के ऑर्डर रिसीव किए जा रहे है। इस प्रकार की साईबर सुविधाओं वाली यह हरियाणा की पहली जेल है। इसके साथ-साथ फसल उगाने एवं बंदियों के लिए साक्षरता और योग कार्यक्रम के संचालन में भी यह जेल अन्य जिलों की जेलों से कही आगे है। इसके साथ-साथ जेल परिसर में बंदियों को अध्यात्मिकता से जोडऩे के उद्देश्य से बंदियों ने ही अपने खर्च पर स्वयं मजदूरी करके गुरुद्वारा साहिब, मंदिर और मस्जिद का निर्माण करवाया है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सतेंद्र गुप्ता, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जे.एस कुंडू, आर.सी डिमरी, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नरेश कुमार सिंघल, जिला उपभोक्ता फोरम के चेयरमैन के.के बाली सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस मौके पर बंदियों ने भू्रण हत्या जैसी बुराई को दूर करने से संबंधित गीत भी सुनाए। एक बंदी ने कार्यक्रम के मुख्यातिथि डा. शिवा शर्मा को महाभारत के श्लोक को प्रदर्शित करती हुई चित्र भी भेंट किया। यह चित्र बंदी का ही बनाया हुआ है।

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