सोलन: जिला स्तरीय गणतन्त्र दिवस आज यहां ऐतिहासिक ठोडो मैदान में आयोजित किया गया जिस की अध्यक्षता उद्योग मन्त्री किश्न कपूर ने की। उन्होनें इस अवसर पर ध्वजारोहण किया और आकर्षक मार्चपास्ट की सलामी ली। इस अवसर पर उपस्थित जनता को अपने सन्देश में उद्योग मन्त्री ने कहा कि जहां देश ने इन वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति की है वहीं हिमाचल प्रदेश में भी इन वर्षों में अभुतपूर्व प्रगति हुई है। आज यह प्रदेश देश के एक अग्रणी राज्य के रुप में ऊभर कर सामने आया है। वर्तमान प्रदेश सरकार ने अपने कार्याकाल के दो वर्ष हाल ही में पूरे…
लेखक: Hills Post
कितना भ्रमित मन कि इक बार का मिलन मांगता था सदैव, पर क्या दे पाये तुम कोई नया संदेश, उकेर दी तुमने कई नई रेखायें मेरे मानस पटल पर, द्वंद मचा दिया ह्र्दय स्थली पर व चुपचाप चल दिये मुझे छोड फिर से तपती, और तपती रेत पर | मृगमरिचिका सा मन सदैव तुम्हारे सानिध्य को आतुर तुम्हे आवाज देता | तुम्हे आना है फिर से यहां मिलेंगे हम और तुम एकाकार होने हेतु तृप्त करने यही अधूरी पिपासा फिर से, प्रिय हम अवश्य मिलेंगे भले अगले ही जन्म में सही |
तुम्हारा जाना मेरे लिये आम बात नही मैं अनाथ सी हो गई हूं क्योंकि तुम मेरी जिन्दगी में सर्दी की धूप गर्मी की ठंडक थे | मेरे अन्दर उत्साह का धुंआ भरते जो कभी कामयाबी की आग पकडता लगता, हर व्यक्ति को सहारा चाहिये उत्साह चाहिये क्योंकि तभी वो खुद उठकर परिवार, समाज व राष्ट्र को सुदृढ बना सकता है |
आधुनिकता की दौड में मनुष्य खोता जा रहा अपना अस्तित्व, पहचान | सिमटता और शायद सिंकुडता जा रहा कुछ एक उपकरणों का साथ लेकर | भूल गया, चैन से जीना, चौपाल की मस्ती, चिट्ठी का मजा, चुल्हे की रोटी, पीपल की छांव, कबड्डी का खेल, शादी के गीत, विछोह के आंसू | मैं इसे क्या नाम दूं आधुनिकता या पिछडापन, जहां से संसार की शुरुआत हुई थी |
नन्ही कली जो मसल दी गई फूल बनने से पहले पुकारती, चीखती सी कहती मां से, मां तुम इतनी निष्ठुर कैसे हो गई, जानती हो तुम कि आधार है लडकी इस समाज का, रंगहीन है संसार इसके बिना, दो वंशों की आन है लडकी और तुम-तुम इसे गर्भ में मिटाने पर तुली हो, बदलनी है तुम्हे अपनी सोच, बचाना है मुझे |