होली के रंग जौली अंकल के संग

होली गिले-शिकवे मिटाने का त्यौहार है, होली मिलने-मिलाने का त्यौहार है, जो खुद का होली के रंगो में नही रंगता, उसका तो जीवन ही बेकार है। मिश्रा जी ने अपनी पत्नी को प्यार से समझाते हुए कहा कि गली-मुहल्ले के सभी बच्चे होली खेल रहे है, तो अपने चिंन्टू को भी होली खेलने दो। उनकी ...

मम्मी, मैने सास पटा ली

हर लडकी का बचपन से ही एक सुनहरा ख्वाब होता है, कि एक दिन परीलोक से सोने के रथ पर सवार एक सुन्दर सा राजकुमार उसे ब्याह कर ससुराल ले जाएगा | वहां उसका अपना एक सुन्दर सा घर होगा | परन्तु जीवन की हकीकत किताबों-कहानियों से बिल्कुल जुदा होती है | आज के समय ...

लाचार सरकार : झोलाछाप डाक्टरों की चांदी ही चांदी

दुनिया के सबसे बडे देशों में गिनती रखने वाले भारत देश की सरकार आज आजादी के 60 साल बाद भी कितना लाचार है, यह बात किसी भी देशवासी से छिपी हुई नही है | बात चाहे खाने में मिलावट करने वालों की हो या आटों-टैक्सी वालों की  | झोलाछाप डाक्टरों के विरुद्ध सरकार कई सालों ...

शतरंज की गोटीयाँ

आजकल शहर के हर चौराहे, गली कूचो की दीवारो, पर राजनीतिक पार्टीयों के संदेश तरह-तरह के रंगीन पोस्टर एवं झंडे आदि दिखाई देने लगे है | समाचार पत्रों और टी.वी. में सुबह-शाम मंत्रीयो के लच्छेदार भाषण सुनने को मिल रहे है | नेताओ ने एक दूसरे पर इल्जाम लगाने की झडी शुरु कर दी है ...