होली के रंग जौली अंकल के संग
होली गिले-शिकवे मिटाने का त्यौहार है, होली मिलने-मिलाने का त्यौहार है, जो खुद का होली के रंगो में नही रंगता, उसका तो जीवन ही बेकार है। मिश्रा जी ने अपनी पत्नी को प्यार से समझाते हुए कहा कि गली-मुहल्ले के सभी बच्चे होली खेल रहे है, तो अपने चिंन्टू को भी होली खेलने दो। उनकी ...