मंडी: हिमाचल प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ आज मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर द्वारा मंडी शहर के ऐतिहासिक पड्डल मैदान में औपचारिक घोषणा के साथ हो गया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध और प्रमुख देवता राज माधव राय के मंदिर में दर्शन करने के बाद पारंपरिक जलेब, शोभा यात्रा में भाग लिया, जो श्री राज माधोराय मंदिर से शुरू होकर पड्डल मैदान में समाप्त हुई। हजारों लोगों ने अपनी पारंपरिक पोशाक इस शोभा यात्रा में भाग लिया और अपने स्थानीय देवताओं को लेकर पड्डल मैदान तक पूरे रास्ते नृत्य करते हुए पहुंचे। जिले के लगभग सभी हिस्सों से पारंपरिक शोभा यात्रा, जलेब में 216 से अधिक देवताओं ने भाग लिया।

मुख्यमंत्री ने पगड़ी समारोह में भी भाग लिया और श्री राज माधव राय मंदिर में पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक पड्डल मैदान में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 के दौर में हमारे देवी-देवताओं को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने बजंतरियों के मानदेय में शत-प्रतिशत वृद्धि की घोषणा करते हुए उनके मानदेय को दोगुना करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल बजंतरियों के मानदेय पर 9.52 लाख रुपये खर्च किए गए, जबकि इस वर्ष के दौरान 19 लाख खर्च किए जाएंगे। उन्होंने देवी-देवताओं के राशन पर होने वाले खर्च में 50 फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा की, उन्होंने कहा कि पिछले साल इस पर 16.38 लाख रुपये खर्च किए गए, जबकि इस साल करीब 25 लाख खर्च किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने देवी-देवताओं के नजराने में 33 फीसदी की बढ़ोतरी की भी घोषणा की, उन्होंने कहा कि पिछले साल नजराना और मानदेय के रूप में 50 लाख दिए गए थे जबकि इस बार 75 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे जो कि देवताओं के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता और देव संस्कृति में हमारी आस्था को दर्शाता है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि मेले और त्यौहार हमारी बहुमुखी संस्कृति और परंपरा के समृद्ध भंडार हैं। उन्होंने कहा कि मंडी शिवरात्रि अपने आप में अनूठी है और पूरे देश में अपनी रंगारंग परंपरा के लिए जानी जाती है। पिछले लगभग दो वर्षों के दौरान कोरोना महामारी ने इन मेलों और त्योहारों के उत्सव पर प्रतिकूल प्रभाव डाला, लेकिन सौभाग्य से अब राज्य में कोविड -19 मामले काफी कम हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारे वैज्ञानिकों द्वारा देश के लोगों को उपलब्ध कराए गए स्वदेशी वैक्सीन के कारण संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में देश में सफलतापूर्वक शुरू और पूरा किया गया।

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