सिरमौर: भीषण गर्मी में छुट्टियों पर असमंजस, डीसी बोली ज़रूरत पर स्कूल बंद करने का अधिकार

नाहन : जिला सिरमौर में भीषण गर्मी और आने वाले मानसून को लेकर स्कूलों की छुट्टियों पर एक बार फिर से चर्चा तेज हो गई है। कई क्षेत्रों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं, जबकि कुछ पंचायतों जैसे विक्रमबाग , बनकला, पालियों , बरमा पापड़ी, त्रिलोकपुर और बोलियों में स्कूल खुले हैं। अभिभावकों और स्थानीय लोगों का कहना है कि इन इलाकों में भी गर्मी का प्रकोप कम नहीं है, ऐसे में सभी स्कूलों के लिए एक जैसी नीति होनी चाहिए।

इस पूरे मसले पर शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस बार प्रदेश सरकार द्वारा मौसम विभाग से विस्तृत आंकड़े और सलाह लेकर पूरे राज्य के लिए नया स्थायी अवकाश शेड्यूल जारी किया गया है। इसके तहत जिन क्षेत्रों को अत्यधिक गर्मी प्रभावित माना गया है, वहां गर्मी और मानसून दोनों के लिए अलग-अलग अवकाश निर्धारित किए गए हैं। जिला सिरमौर के पांवटा साहिब उपमंडल और कालाआम पंचायत को “हीट वेव जोन” मानते हुए यहां 1 जून से 30 जून तक ग्रीष्म अवकाश और 3 से 12 अगस्त तक मानसून ब्रेक घोषित किया गया है। वहीं अन्य सभी समर क्लोजिंग स्कूलों जैसे नाहन, राजगढ़, संगड़ाह व शिलाई आदि क्षेत्रों में 1 से 8 जून तक समर ब्रेक और 12 से 22 अगस्त तक मानसून अवकाश निर्धारित किया गया है।

इस विषय में डिप्टी कमिश्नर ने भी जानकारी देते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम (Disaster Management Act) के अंतर्गत DC को यह अधिकार प्राप्त हैं कि किसी क्षेत्र विशेष में मौसम या प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को देखते हुए स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश जारी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यदि किसी क्षेत्र से किसी स्कूल या पंचायत द्वारा विशेष प्रस्ताव आता है, तो उसका संज्ञान लेकर उसे शिक्षा विभाग व राज्य सरकार तक भेजा जाता है और आवश्यक निर्णय लिए जाते हैं।

डीसी ने बताया कि पिछले वर्षों में भी जब कहीं बादल फटने, भारी बारिश या अधिक गर्मी जैसी परिस्थितियाँ बनीं थीं, तब उन्होंने आपदा प्रबंधन प्रावधानों के तहत स्थानीय स्तर पर स्कूलों की छुट्टियों की घोषणा की थी, ताकि विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके।

वही उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा राजीव ठाकुर ने बताया कि पहले भी हमने उपयुक्त प्रस्ताव डीसी महोदय के माध्यम से शासन तक पहुंचाए हैं और अनुमति प्राप्त करके स्कूलों को छुट्टी दी है। यह प्रक्रिया आज भी लागू है।

उन्होंने यह भी बताया कि अब तक किसी भी स्कूल या पंचायत से छुट्टी के लिए कोई औपचारिक प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है। बीते वर्षों की तरह इस बार भी प्रशासन ने पूरी तैयारी के साथ यह अवकाश शेड्यूल लागू किया है ताकि विद्यार्थियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा में संतुलन बना रहे। हालांकि, कई लोगों का मानना है कि मौसम की स्थिति तेजी से बदलती है, ऐसे में कुछ क्षेत्रों में लचीलापन बरतने की ज़रूरत हो सकती है, ताकि एक समान नीति और सभी विद्यार्थियों की भलाई सुनिश्चित की जा सके।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।