संवाददाता

जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्व व निर्देशन में लगातार 11वीं बार जीती लोक नृत्य प्रतियोगिता

नाहन: भाषा एवं संस्कृति विभाग, जिला सिरमौर द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन गत दिवस जिला परिषद् भवन नाहन में किया गया। इस लोक नृत्य प्रतियोगिता में कलाकारों ने जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्व व निर्देशन में लगातार 11वीं बार प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह जानकारी आसरा के प्रभारी जोगेंद्र हाब्बी ने प्रेस को जारी बयान में दी। जिला भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस लोक नृत्य प्रतियोगिता में लगभग 15 सांस्कृतिक दलों ने भाग लिया। इस समारोह के मुख्य अतिथि अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर एल आर वर्मा थे।

लोक नृत्य प्रतियोगिता

प्रतियोगिता में हाटी सांस्कृतिक दल बाउनल ने दूसरा स्थान प्राप्त किया और डाइट संस्थान नाहन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। विजेता सांस्कृतिक दलों को मुख्यअतिथि ने सम्मानित किया तथा सभी प्रतिभागी सांस्कृतिक दलों को भी स्मृति चिन्ह भेंट किए। प्रतियोगिता निर्णायक मंडल में डॉ देवराज शर्मा, कंवर सिंह नेगी व ओम प्रकाश शर्मा शामिल थे। 

इस लोक नृत्य प्रतियोगिता में जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्व व निर्देशन में कलाकारों ने एक बार फिर प्रथम स्थान हासिल किया। गौरतलब है कि गत वर्ष भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता में लगातार 10 बार प्रथम स्थान प्राप्त करने पर सांस्कृतिक दल के नेतृत्व एवं निर्देशन के लिए जोगेंद्र हाब्बी का नाम इंडिया, एशिया व वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है और इस वर्ष पुनः हाब्बी के नेतृत्व में आसरा के कलाकारों ने इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

हाब्बी के नेतृत्व में  चूड़ेश्वर मंडल के कलाकारों ने सात बार प्रथम स्थान प्राप्त किया था और उसके पश्चात आसरा संस्था के कलाकार प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करते आ रहे हैं। सांस्कृतिक दल हाब्बी के नेतृत्व में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोक नृत्य की प्रस्तुतियां देता आ रहा है और अनेकों बार राज्य स्तरीय, राष्ट्रीय स्तरीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिताओं में विजेता बन चुका है। सांस्कृतिक दल के कलाकार गुरु पद्म श्री विद्यानंद सरैक व जोगेंद्र हाब्बी द्वारा तैयार करवाई गई सिरमौर जनपद की नृत्य विधाओं को प्रस्तुत करते आ रहे हैं जिसमें आदिकालीन ठोडा नृत्य, ढीली नाटी, रिहाल्टी गी, मुंजरा नृत्य, दीपक नृत्य, परात, रासा व हुड़ग आदि नृत्य विधाएं शामिल हैं।

सांस्कृतिक दल में लोक गायक धर्मपाल चौहान, रामलाल वर्मा व बिमला चौहान, लोक वादकों में संदीप, सोहनलाल, देवीराम, रविदत्त,  मुकेश और लोक नर्तकों में गोपाल हाब्बी, चमन लाल, अमीचंद, जितेंद्र, मनमोहन, सुनील, इंद्रदेव, सरोज, अनु, पायल, आरती, ज्योति, प्रिया आदि शामिल रहे।

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