नाहन : आज बंगाल के तेज गेंदबाज आकाश दीप ने इंग्लैंड के खिलाफ रांची में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया। उन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी में शुरुआती तीन विकेट लेकर इंग्लैंड के खेमे को हिला कर रख दिया। बुमराह को आराम दिया गया और आकाश को उनकी जगह खेलने का मौका मिला। आकाश ने कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के भरोसे को सही साबित किया और उम्दा प्रदर्शन किया।
मूलरूप से बिहार के रहने वाले आकाश के लिए खेलने का सफर कभी आसान नहीं रहा। उन्होंने अपने जीवन में संघर्ष के कई दौर देखे हैं। 6 महीने के अंदर पिता-भाई के निधन ने तोड़ा तो कभी आर्थिक तंगी के कारण क्रिकेट छोड़ना पड़ा । उन्हें अपनी मां की देखभाल करनी थी। इस कारण उन्होंने क्रिकेट को तीन साल के लिए छोड़ दिया था।
बाद में आकाश को लगा कि वह क्रिकेट से ज्यादा दिन दूर नहीं रह सकते। अच्छे क्रिकेट के अवसर की तलाश में वह दुर्गापुर चले गए और फिर वहां से कोलकाता पहुंचे। दुर्गापुर में आकाश के चाचा ने भी उनकी काफी मदद की। उन्होंने आकाश को मुश्किलों से बाहर निकाला और क्रिकेट पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया। आकाश ने 2019 में बंगाल के लिए पहला प्रथम श्रेणी मैच खेला। उसी साल लिस्ट ए और टी20 फॉर्मेट में भी डेब्यू का मौका मिला।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एंट्री से पहले आकाश ने बंगाल के लिए 30 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 104 विकेट लिए। लिस्ट ए के 28 मैचों में उनके नाम 42 विकेट हैं। वहीं, 41 टी20 में उन्होंने 48 विकेट लिए हैं। आकाश आईपीएल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलते हैं। उन्होंने टीम के लिए सात मैचों में छह विकेट लिए हैं।
उम्मीद है की आने वाले समय में उनकी गेंदबाजी की धार और तेज होगी और वह भारत के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहेंगे।