नाहन: शगुन समूह की पहल, घर-घर तक पहुंचेंगे प्राकृतिक होली रंग

नाहन : होली के रंग अब केमिकल की जगह प्रकृति की गोद से सजेंगे! नाहन ब्लॉक के सैनवाला के “शगुन स्वयं सहयता समूह” की महिलाओं ने DAY-NRLM (दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) के माध्यम से एक अनूठी पहल करते हुए प्राकृतिक होली रंग तैयार किए हैं। हर साल की तरह, इस बार भी उन्होंने प्राकृतिक रंग तैयार किए हैं। ये रंग न केवल त्वचा के लिए सुरक्षित हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण का भी प्रतीक बन गए हैं।

अनीता, तारा देवी, संतोष देवी और पूर्णिमा जैसी महिलाओं ने पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक तकनीक का मेल करके आरारोट (अरारोट पाउडर) को बेस बनाया और फलों-सब्जियों के रंगों से इन्हें जीवंत बनाया। खंड विकास अधिकारी परमजीत सिंह के अनुसार, “ये महिलाएं पहले बेरोजगार थीं, लेकिन आज वे न केवल आत्मनिर्भर हैं, बल्कि समाज को सुरक्षित उत्पाद देकर नई मिसाल कायम कर रही हैं।”

उन्होंने बताया कि इन प्राकृतिक रंगों को हिमाचल सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट Himira.co.in पर “हिम ईरा” ब्रांड के तहत बेचा जा रहा है। इस प्लेटफॉर्म पर NRLM से जुड़े अन्य स्थानीय उत्पाद भी उपलब्ध हैं, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का संकल्प पूरा कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि केमिकल युक्त रंगों के विपरीत, इनमें त्वचा में जलन या एलर्जी का खतरा नहीं और यह जल स्रोतों और मिट्टी को प्रदूषित नहीं करते।

समूह की सदस्या अनीता गर्व से कहती हैं, “हम चाहते हैं कि लोग खुशियों के त्योहार में प्रकृति को न भूलें। हमारे रंग प्रेम बांटेंगे, नुकसान नहीं।” संतोष देवी के अनुसार, “आज हमें अपने बच्चों के भविष्य के लिए बचत करने का मौका मिला है।”

NRLM के तहत मिले प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता ने इन महिलाओं को उद्यमी बनने का हौसला दिया। परमजीत सिंह के मुताबिक, “यह पहल केवल आजीविका नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की मिसाल है।”

सैनवाला की ये महिलाएं साबित कर रही हैं कि सामूहिक प्रयास और सरकारी समर्थन से ग्रामीण भारत की ताकत बदल सकती है। होली के ये प्राकृतिक रंग न सिर्फ त्योहार, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को भी रंग रहे हैं।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।