जल्द शुरू होगी श्रीखंड महादेव की यात्रा, जानें कैसे पहुंचें श्रीखंड महादेव

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By Hills Post

कुल्लू: सबसे कठिन यात्राओं में से एक श्रीखंड महादेव यात्रा इस वर्ष जून महीने के अंत तक शुरू होगी। श्रीखंड महादेव के दर्शनों के लिए भक्तों को पांच ग्लेशियर पार करने होंगे। श्रीखंड यात्रा के रास्तों और ग्लेशियरों का निरिक्षण करने के लिए स्थानीय प्रशासन ने टीम भेजी थी। टीम ने अपना काम पूरा करा लिया है और यह दल अब अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपेगा। रिपोर्ट के आधार पर स्थानीय प्रशासन यात्रा के मार्ग का निर्माण करेगा। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष श्रीखंड महादेव की पहाड़ियों में बादल फटने से रास्ते नष्ट हो गए थे।

टीम से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में बर्फ कम है, लेकिन अनेक स्थानों पर मार्ग खराब हैं। प्रशासन द्वारा भेजी गई टीम अब एस.डी.एम. निरमंड को अपनी रिपोर्ट देगी और यह रिपोर्ट आगे उपायुक्त कुल्लू को भेजी जाएगी। प्रशासन द्वारा भेजे गए दल में आठ लोग शामिल थे। दल से मिली जानकारी के अनुसार सिंहगाड व बराहटी नाला में यात्रा का मार्ग पूरी तरह से खराब बताया गया है। वहीं पार्वती बाग से ऊपरी भाग में बर्फ ही बर्फ बताई जा रही है ।

लगभग 18570 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव के दर्शनों के लिए यात्रियों को लगभग 32 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। यात्रा के दौरान दुर्घटनााओं में गत वर्ष यहां 5 श्रद्धालुओं ने अपनी जान गंवाई, दुर्घटना का मुख्य कारण ऑक्सीजन की कमी और बर्फ की फिसलन होती है। सुरक्षा के मध्यनजर प्रशासन यात्रा पर जाने की अनुमति एक स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही देता है। अक्सर चोरी छिपे अथवा बिना अनुमति के अन्य रास्तों से जाने वाले यात्री भी दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। बिना अनुमति अथवा समय से पहले यात्रा करना बेहद खतरनाक हो सकता है।

श्रीखंड महादेव के दर्शनों के लिए यात्रियों को हिमाचल प्रदेश के शिमला से लगभग 130 किलोमीटर दूर रामपुर पहुंचना होगा। रामपुर से लगभग 17 किलोमीटर दूर निरमंड पहुंचने के बाद 23 किलोमीटर का और सफर तय कर जाओं पहुंचना होगा। जाओं तक निजी गाडी अथवा बस से पहुंचा जा सकता है। श्रीखंड महादेव के लिए जाओं से 32 किलोमीटर यात्रा पैदल तय करनी होती है।

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