नाहन: नगर परिषद की ओर से ऐतिहासिक रानी ताल बाग के कायाकल्प के लिए जनता से सुझाव लेने की पहल को अब तक अपेक्षित समर्थन नहीं मिल सका है। 22 मार्च को इस ऐतिहासिक स्थल के रखरखाव के लिए जारी किए गए विशेष व्हाट्सएप नंबर (9418370011) पर एक महीने में मात्र 10-11 लोगों ने ही संपर्क किया — और वह भी अधिकतर शिकायतों के साथ।
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अजय गर्ग ने इस स्थिति पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “हमें उम्मीद थी कि नाहनवासी रचनात्मक सुझाव देंगे और बाग को बेहतर बनाने में भागीदार बनेंगे, मगर सुझावों की जगह शिकायतें ज़्यादा आ रही हैं।”

अजय गर्ग ने नाहनवासियों से अपील की कि वे सिर्फ समस्याएं बताने तक सीमित न रहें, बल्कि रचनात्मक सुझाव दें ताकि कम संसाधनों में भी बाग का कायाकल्प किया जा सके। उन्होंने कहा, “रानी ताल बाग हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। इसका संरक्षण हम सबकी ज़िम्मेदारी है। एक छोटा सुझाव भी बड़ा बदलाव ला सकता है।”
नगर परिषद ने पुनः अपील की है कि नाहनवासी अपने रचनात्मक सुझाव व्हाट्सएप नंबर 9418370011 पर भेजें और इस नेक कार्य में भागीदार बनें।
“धरोहर को सजाना सिर्फ प्रशासन का काम नहीं — यह हम सभी की ज़िम्मेदारी है।”