लाचार सरकार : झोलाछाप डाक्टरों की चांदी ही चांदी

दुनिया के सबसे बडे देशों में गिनती रखने वाले भारत देश की सरकार आज आजादी के 60 साल बाद भी कितना लाचार है, यह बात ...

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शतरंज की गोटीयाँ

आजकल शहर के हर चौराहे, गली कूचो की दीवारो, पर राजनीतिक पार्टीयों के संदेश तरह-तरह के रंगीन पोस्टर एवं झंडे आदि दिखाई देने लगे है ...

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अगला जन्म

कितना भ्रमित मन कि इक बार का मिलन मांगता था सदैव, पर क्या दे पाये तुम कोई नया संदेश, उकेर दी तुमने कई नई रेखायें ...

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तुम

तुम्हारा जाना मेरे लिये आम बात नही मैं अनाथ सी हो गई हूं क्योंकि तुम मेरी जिन्दगी में सर्दी की धूप गर्मी की ठंडक थे ...

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आधुनिकता या पिछडापन

आधुनिकता की दौड में मनुष्य खोता जा रहा अपना अस्तित्व, पहचान | सिमटता और शायद सिंकुडता जा रहा कुछ एक उपकरणों का साथ लेकर | ...

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नन्ही कली

नन्ही कली जो मसल दी गई फूल बनने से पहले पुकारती, चीखती सी कहती मां से, मां तुम इतनी निष्ठुर कैसे हो गई, जानती हो ...

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