नाहन : भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच आम जनता में खाद्यान्न व ईंधन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इसी को देखते हुए शुक्रवार को भारत सरकार के कृषि मंत्रालय ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के साथ एक महत्वपूर्ण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) आयोजित की। बैठक में मंत्रालय ने देशभर के प्रशासनिक अधिकारियों को आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में गेहूं व चावल का भंडार उपलब्ध है।
वीसी के बाद उपायुक्त सिरमौर प्रियंका वर्मा ने जिलेवासियों को प्रेस नोट जारी करते हुए जानकारी दी कि “केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि खाद्यान्न संकट जैसी कोई स्थिति नहीं है। इसलिए आमजन घबराकर अनावश्यक भंडारण या अतिरिक्त खरीद से बचें।”

उपायुक्त ने जनता को आगाह करते हुए कहा कि यदि कोई दुकानदार या विक्रेता खाद्यान्न की जमाखोरी करता है, कृत्रिम कमी पैदा करता है या तय मूल्य से अधिक दाम वसूलता है, तो इसकी शिकायत खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के टोल फ्री नंबर 1967 पर तत्काल की जा सकती है। प्रशासन ऐसी शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करेगा।
उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि “जिले में पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कोई कमी नहीं है। सभी रिटेल आउटलेट्स और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क सुचारु रूप से कार्य कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यदि लोग अफवाहों के आधार पर घबराहट में ईंधन या गैस की अतिरिक्त खरीद करेंगे, तो इससे अस्थायी असुविधा उत्पन्न हो सकती है, जिसका खामियाजा सभी को भुगतना पड़ सकता है।
उपायुक्त प्रियंका वर्मा ने जनता से शांति बनाए रखने, अफवाहों से दूर रहने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा, “ हम सभी का कर्तव्य है कि संकट की स्थिति में संयम बरतें और व्यवस्था को न बिगाड़ें। घबराकर अनावश्यक भीड़ या खरीददारी से सप्लाई चैन पर दबाव पड़ता है। मिलजुल कर ही हम इस स्थिति का सामना बेहतर ढंग से कर सकते हैं।”