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प्रधानमंत्री ने हिमाचल के ऊना में बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला रखी, IIIT UNA राष्ट्र को समर्पित

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ऊना: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में बल्क ड्रग पार्क की आधारशिला रखी और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) ऊना को राष्ट्र को समर्पित किया। इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने अंब अंदौरा, ऊना से नई दिल्ली के लिए नई वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ करते हुए उसे झंडी दिखाकर रवाना किया।

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प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत गुरु नानक देव जी, सिख धर्म के गुरुओं और मां चिंतपूर्णी को नमन करते हुए की और धनतेरस व दिवाली से पहले हिमाचल प्रदेश के लिए उपहार भेंट करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। हिमाचल प्रदेश के साथ अपने जुड़ाव को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने इसकी प्राकृतिक सुंदरता के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें कई बार देवी मां चिंतपूर्णी के सामने माथा टेकने और आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह औद्योगीकरण के लिए एक बहुत बड़ा दिन है और उन्होंने कनेक्टिविटी व शिक्षा को राज्य की अपनी यात्रा का मुख्य फोकस बताया। उन्होंने कहा, “आज यहां ऊना में देश के दूसरे बल्क ड्रग पार्क पर काम शुरू हो रहा है। हिमाचल प्रदेश में आज विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है या उनका शिलान्यास किया गया है। इससे लोगों को बहुत फायदा होगा।” प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल को बल्क ड्रग पार्क पाने वाले राज्यों में से एक के रूप में चुना गया है। उन्होंने कहा, “बल्क ड्रग पार्क के लिए केवल तीन राज्यों में से एक के रूप में चुना जाना राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय है और यह इस राज्य के प्रति हमारे प्यार और समर्पण का परिणाम है।” इसी तरह वंदे भारत को हिमाचल प्रदेश लाने का निर्णय भी सरकार द्वारा राज्य को दी जाने वाली प्राथमिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राज्य की पिछली पीढ़ियों ने एक ट्रेन भी नहीं देखी थी और आज हिमाचल के पास यहां से चलने वाली सबसे उन्नत ट्रेनों में से एक है। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि डबल इंजन वाली सरकार लोगों की प्रगति के लिए कैसे काम कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और केंद्र की पिछली सरकारों ने हिमाचल प्रदेश के नागरिकों की जरूरतों और आकांक्षाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा, “यह हमारी माताओं-बहनों को इसके कारण सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि समय अब बदल गया है और वर्तमान सरकार न केवल लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए काम कर रही है, बल्कि उनकी आशाओं व आकांक्षाओं को अत्यधिक समर्पण और ताकत के साथ पूरा करने का लक्ष्य भी है। उन्होंने कहा, “हम न केवल पिछली सरकारों द्वारा छोड़ी गई विकास की खाई को भर रहे हैं बल्कि राज्य की नींव के मजबूत स्तंभ भी बना रहे हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली शताब्दी की शुरुआत में कई देशों और यहां तक कि गुजरात जैसे कुछ राज्यों ने अपने नागरिकों को शौचालय, ग्रामीण सड़कों और आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने में कामयाबी हासिल की थी। उन्होंने कहा, “भारत में, हालांकि, पहले की सरकार ने आम लोगों के लिए इन बुनियादी देखभाल को भी मुश्किल बना दिया था। पहाड़ी इलाके इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। मैंने यहां रहते हुए इसे करीब से महसूस किया।” उन्होंने कहा, “आज का नया भारत, पुरानी सारी चुनौतियों पर तेजी से काम कर रहा है और तेजी से आगे बढ़ रहा है। जो सुविधाएं पिछली सदी में ही लोगों तक पहुंच जानी चाहिए थीं, वे अब लोगों तक पहुंच रही हैं। हम सिर्फ लोगों की 20वीं सदी की जरूरतें ही पूरी नहीं कर रहे, बल्कि 21वीं सदी की आधुनिक सुविधाएं भी हिमाचल के घर-घर ले जा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि ग्रामीण सड़कों का निर्माण दोगुनी गति से किया जा रहा है और ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को ग्राम पंचायतों तक ले जाया जा रहा है। “हमारी सरकार 21वीं सदी के भारत की आकांक्षाओं को पूरा कर रही है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने भारत को दुनिया का नंबर एक दवा निर्माता बनाने में अहम भूमिका निभाई है तथा इसकी संभावनाएं और बढ़ने वाली हैं। मोदी ने कहा, “पूरी दुनिया ने हिमाचल प्रदेश में निर्मित दवाओं की ताकत देखी है।” उन्होंने यह भी कहा कि अब जबकि हिमाचल प्रदेश में दवा निर्माण के लिए कच्चे माल का उत्पादन किया जाएगा, अन्य देशों पर भारत की निर्भरता काफी कम होने वाली है।

इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।