नाहन : यूँ तो हममें से कई लोगों ने सुना होगा कि विदेशों में लोग कुत्ता घुमाने ले जाते समय अपने साथ Poo Bag और अखबार लेकर चलते हैं, लेकिन ऐसे उदाहरण भारत में कम ही देखने को मिलते हैं। नाहन शहर में कई लोग अपने घरों में कुत्ते पालते हैं, लेकिन अधिकतर लोग सार्वजनिक स्थानों पर टहलाने ले जाते समय उनके द्वारा फैलाई गई गंदगी की परवाह नहीं करते। इसके विपरीत, कच्चा टैंक निवासी सचिन पंवार ने एक अनोखा उदाहरण पेश किया है।
सचिन पंवार ने 2021 में अमृतसर से एक Saint Bernard नस्ल का कुत्ता मंगवाया। यह नस्ल अपने बड़े आकार और शांत स्वभाव के लिए प्रसिद्ध है। सचिन के लिए यह सिर्फ एक पालतू जानवर नहीं, बल्कि उनके परिवार का हिस्सा है। वह नियमित रूप से सुबह और शाम अपने डॉग को टहलाने ले जाते हैं।
सचिन हर बार अपने डॉग को टहलाने ले जाते समय Poo Bag और 3-4 पुराने अखबार अपने साथ रखते हैं। उनका उद्देश्य यह है कि यदि उनके डॉग से गलियों, सड़क या पार्क में गंदगी होती है, तो वह तुरंत इसे साफ कर सकें। इस आदत से उन्होंने साफ-सफाई और जिम्मेदार नागरिकता का एक अनूठा संदेश दिया है।
सचिन सुबह जल्दी उठते हैं और सबसे पहले मंदिर जाते हैं। उनका कहना है कि उन्होंने कई बार नगर परिषद के कर्मचारियों को हाथों से गंदगी उठाते हुए देखा है, जो उन्हें असहज करता है। इस समस्या के समाधान के लिए, वह सुझाव देते हैं कि सफाई कर्मचारियों के पास ग्लब्स और कूड़ा उठाने के लिए टोकरी होनी चाहिए, ताकि उनका काम अधिक कुशलता और स्वच्छता के साथ हो सके।
इतना ही नहीं वह शहर में घूम रहे स्ट्रीट डॉग्स (आवारा कुत्तों) को खाना खिलाते हैं। उनके अनुसार, इन बेजुबानों को खाना खिलाना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है। वह इसे एक पुण्य कार्य मानते हैं और इसे नियमित रूप से करते हैं।
सचिन का कहना है, “कुत्तों को पालना जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही जरूरी है कि उनकी वजह से कोई असुविधा न हो। हम अपने शहर को साफ और सुंदर रख सकते हैं, बस थोड़ी सी जिम्मेदारी निभाने की जरूरत है।”
सचिन पंवार जैसे लोग समाज के लिए प्रेरणा हैं। उनका यह प्रयास न केवल नाहन को स्वच्छ बनाने में मदद करता है, बल्कि दूसरों को भी अपनी जिम्मेदारियों का एहसास कराता है।