सोलन: राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् (S. C. E. R. T.) सोलन द्वारा प्रदेश भर के प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च तथा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के लिए आयोजित राज्य स्तरीय विद्यालय आपदा प्रबंधन प्रतियोगिता का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इस प्रतियोगिता के लिए राज्य स्तर पर एस.सी.ई.आर.टी. को प्रदेश के विभिन्न जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से चार वर्गों में एक सौ चालीस (140) प्रविष्टियाँ प्राप्त हुई थी।
एस.सी.ई.आर.टी. सोलन में आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. राम गोपाल शर्मा ने बताया कि विद्यालय सुरक्षा प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्रदेश के 12 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च तथा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों से विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना के प्रथम चरण में सम्बंधित DIET द्वारा प्रविष्टिया मांगी गई। वहां पर छंटनी के बाद हर वर्ग में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्तर पर रही योजना को एस.सी.ई.आर.टी में आमंत्रित किया गया।
ये रहा उद्देश्य:
एस.सी.ई.आर.टी को राजस्व विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा विद्यालय सुरक्षा प्रोजेक्ट के संचालन के लिए नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है। राजस्व विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा एस.सी.ई.आर.टी के माध्यम से जिला स्तर की नोडल एजेंसी DIET को उनके स्वीकृत प्रस्ताव के अनुरूप बजट दिया गया। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के माध्यम से आपदा प्रबंधन की जानकारी का व्यवहारिक विस्तार करवाना है। विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना स्कूली शिक्षा का अभिन्न अंग है इसे बनाना तथा स्कूल सेफ्टी एप पर अपलोड करना सभी विद्यालयों के लिए अनिवार्य है।
राज्य स्तरीय उच्च मूल्यांकन समिति ने की छंटनी:
प्रिंसिपल एस.सी.ई.आर.टी. सोलन प्रोफेसर हेमंत कुमार की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय मूल्यांकन समिति का गठन किया गया। इसमें राज्य आपदा प्रवंधन, जिला आपदा प्रबंधन तथा शिक्षा विभाग में आपदा प्रबंधन से जुड़े अनुभवी विशेषज्ञों को सदस्य के रूप में शामिल किया गया। एस.सी.ई.आर.टी. सोलन में आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. राम गोपाल शर्मा सदस्य सचिव रहे।
ये रहे परिणाम:
एस.सी.ई.आर.टी. सोलन में आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. राम गोपाल शर्मा ने बताया कि राज्य स्तरीय विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना प्रतियोगिता में प्राथमिक पाठशाला वर्ग में जिला शिमला से राप्रापा शिल्ली प्रथम, जिला बिलासपुर से रा.के.प्रा.पा. थोरू संडोली द्वितीय तथा काँगड़ा जिला की राप्रापा घनियारा ( छात्रा) तृतीय स्थान पर रही।
माध्यमिक पाठशाला वर्ग में जिला सिरमौर की रा.मा.पा. नेहली प्रथम, चंबा जिले की रा.मा.पा. हरदासपुरा द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर ऊना जिला की रा.मा.पा. चांदपुर रही। उच्च पाठशाला वर्ग में जिला हमीरपुर की रा.उ.पा. पनियाली प्रथम, जिला सोलन की रा.उ.पा. चामत भडेच द्वितीय तथा जिला किन्नौर की रा.उ.पा. छोलटू तृतीय रही। वरिष्ठ माध्यमिक वर्ग में काँगड़ा जिला की रा.व.मा.पा. बलदोवा प्रथम, बिलासपुर जिला की रा.व.मा.पा. बरमाणा द्वितीय तथा कुल्लू जिला की रा.व.मा.पा. बरशैणी तृतीय स्थान पर रही।
यह रहेगी पुरस्कार राशि:
एस.सी.आर.टी. सोलन द्वारा हर वर्ग में प्रथम आने वाले विद्यालय को दस हजार (10000), द्वितीय स्तर पर रहे विद्यालय को साढ़े तथा सात हज़ार (7500) तथा तृतीय स्तर पर रहे विद्यालयों को पांच हज़ार (5000) की राशि प्रदान की जाएगी।
एस.सी.ई.आर.टी. सोलन के प्राचार्य प्रोफेसर हेमंत कुमार ने बताया कि यह प्रतियोगिता विद्यालय, विद्यार्थी, शिक्षक, अभिभावक तथा समुदाय में आपदा प्रबंधन एवं आपदा से कैसे सुरक्षा करें की भावना को व्यवहार में लाने के लिय आयोजित करवाई जाती है। उन्होंने कहा कि एस.सी.ई.आर.टी. सोलन विद्यालय सुरक्षा प्रोजेक्ट के लिए नोडल एजेंसी होने के नाते आपदा प्रबंधन में राज्य आपदा प्रबंधन अथॉरिटी (राजस्व विभाग ) के साथ मिल कर शिक्षण- प्रशिक्षण पर गंभीरता से काम कर रही है।