नाहन : त्रिलोकपुर गद्दी (किन्नर अखाड़ा) से महंत महक आज से एक ऐतिहासिक कांवड़ यात्रा की शुरुआत की है। यह पहली बार है जब त्रिलोकपुर गद्दी के किसी महंत द्वारा हरिद्वार के हर की पौड़ी से लेकर त्रिलोकपुर मंदिर तक पैदल यात्रा कर गंगाजल लाया जा रहा है।
यह यात्रा महंत की श्रद्धा और सेवा भावना का प्रतीक मानी जा रही है। उनके साथ इस धार्मिक यात्रा में प्रीत और सोनू नामक दो श्रद्धालु साथी भी हैं, जो पूरे रास्ते में उनका साथ देंगे। यात्रा लगभग एक सप्ताह तक चलेगी, और 23 जुलाई को त्रिलोकपुर मंदिर में जलाभिषेक के साथ इसका समापन होगा।

महंत महक चौहान ने बताया कि यह यात्रा न केवल व्यक्तिगत आस्था का प्रतीक है, बल्कि आने वाले समय में इसे एक परंपरा के रूप में भी शुरू किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस यात्रा के माध्यम से वे माता बालासुन्दरी के चरणों में समर्पण और समाज में धार्मिक चेतना का संचार करना चाहते हैं।
इस पदयात्रा को लेकर त्रिलोकपुर क्षेत्र में विशेष धार्मिक वातावरण बना हुआ है और श्रद्धालु आगामी 23 जुलाई को जलाभिषेक के साक्षी बनने को लेकर उत्सुक हैं। महंत महक की यह पहल न केवल त्रिलोकपुर गद्दी के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणादायक मानी जा रही है।