सोलन: डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी ने सोलन के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर के बीएससी कृषि की गोल्डन जुबली बैच के पूर्व छात्रों, सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं उनके परिवारों का हार्दिक स्वागत किया।

यह विशेष आयोजन 1975 में कृषि महाविद्यालय सोलन से स्नातक डिग्री हासिल करने वाले छात्रों की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में किया गया। इस अवसर पर बारह पूर्व छात्र और उनके परिवार के सदस्य अपने संस्थान लौटे और इस पुनर्मिलन का आनंद लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय एलुमनी एसोसिएशन द्वारा किया गया।
इस अवसर के मुख्य अतिथि 95 वर्षीय प्रो. जे.पी. चतरथ रहे, जो विश्वविद्यालय के एक सम्मानित पूर्व प्राध्यापक हैं। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति एवं यूएचएफ एलुमनी एसोसिएशन के मुख्य संरक्षक प्रो. राजेश्वर चंदेल ने एलुमनी और पूर्व शिक्षकों का एलुमनी इंगेजमेंट सेंटर में स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पूर्व छात्रों और गुरुओं को विश्वविद्यालय में लौटते हुए और संस्थान की दशकों में हुई प्रगति को देखकर अत्यंत हर्ष हो रहा है।
इस अवसर पर पूर्व छात्र और शिक्षक आपस में संवाद करते हुए अपनी स्मृतियां और अनुभव साझा करते नजर आए। उन्होंने विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों का भ्रमण कर नवीन उपलब्धियों को भी देखा। कार्यक्रम के अंतर्गत एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया गया। साथ ही इस वर्ष दिवंगत हुए पूर्व छात्रों और शिक्षकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर डॉ जेपी चतरथ द्वारा पौधारोपण भी किया गया।
इस कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट पूर्व शिक्षकों में डॉ. ओपी शर्मा, डॉ. कंवर बिधि सिंह, डॉ. केडी बाली, डॉ. बीबी लाल कौशल और डॉ. वीके मिश्रा शामिल थे। इसके अतिरिक्त शशि शर्मा, सुमित्रा यादव और कौमुदी ढल्ल भी उपस्थित रही।
पुनर्मिलन में शामिल प्रमुख पूर्व छात्रों में बलबीर पटियाल, अमर नाथ भारद्वाज, वासुदेव ठाकुर, राम लोक शर्मा, अमर चंद, बलराम कुमार सैनी, नरेंद्र शर्मा, जेसी धर्माणी, डॉ. एसवी भारद्वाज, डॉ. वाईएस नेगी, पीएल शर्मा और रामलाल शर्मा शामिल रहे। इसके अतिरिक्त डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. एचपी संख्यान, तथा एलुमनी एसोसिएशन के सदस्य डॉ. हरीश शर्मा, डॉ. अनिल हंडा, डॉ. नीरजा राणा और डॉ. सुभाष शर्मा भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।