नाहन : हिमाचल पुलिस में आईजी के पद पर तैनात जेपी सिंह ने बताया कि जिला सिरमौर में क्राइम की स्थिति सामान्य है। उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में क्राइम की स्थिति बीते वर्ष के समांतर ही है। उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में कम मामले दर्ज हुए हैं हालांकि कुछ मामलों में बीते वर्ष के मुकाबले अधिक मामले भी दर्ज हुए हैं। परंतु कुल मिलाकर स्थिति पहले की तरह ही है।जेपी सिंह ने कहा कि नाहन देश भर में आपसी भाईचारे व सौहार्द बनाने के मामले में अव्वल है। लेकिन बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल होने के पश्चात कुछ अफवाहों ने शहर का माहौल बिगड़ा और शांति भंग हुई।
उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया का सावधानी व सतर्कता से प्रयोग करने का आहवान किया । इस दौरान IG ने जिला के पुलिस अधिकारियों की बैठक भी ली औऱ जिला में पुलिस द्वारा किए जा रहे हैं कार्यों की समीक्षा की।
आईजी जेपी सिंह ने कहा कि जिला में ड्रग्स के प्रति विशेष अभियान चलाने को लेकर सिरमौर पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं नशे के मामलों में पुलिस सख्ती से कार्रवाई करें । बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष क्राइम के मामलों में और अधिक सुधार लाने को लेकर भी कहा गया है।
आईजी जीपी सिंह ने नाहन में बीते दिनों गो काशी फोटो वायरल मामले में भी टिप्पणी करते हुए कहा कि सोशल मीडिया डबल वेपन है सोशल मीडिया का बड़ी सावधानी से प्रयोग करना चाहिए। एक छोटी सी गलती माहौल बिगाड़ सकती है। शांति भंग हो सकती है। इसलिए लोगों को सोशल मीडिया का प्रयोग सतर्कता से करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नाहन के लोग बेहद शांतिप्रिय है आपसी भाईचारा व सौहार्द सभी धर्म के लोगों में बना है। उन्होंने नाहन में बतौर एसपी सेवाएं दी है। वह नाहन को बहुत बेहतर जानते हैं लेकिन बीते दिनों कुछ अफवाहों से माहौल बिगड़ और कई तरह की घटनाएं नाहन शहर में सामने आई है।
आईजी जीपी सिंह ने बीते दिनों कालाअंब में तैनात हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी द्वारा एक वीडियो सोशल मीडया में डाले जाने के मामले में भी अपनी बात रखी औऱ कहा कि पुलिस कर्मचारी अधिकारी अगर किसी भी तरह की परेशानी या फिर दबाव में होते हैं तो वह अपनी परेशानी समस्या को उच्च अधिकारियों के पास रख सकते हैं।
लेकिन सोशल मीडिया पर इस तरह की वीडियो डालने और अधिकारियों पर सवाल उठाने जायज नहीं है अगर समस्या थी तो उच्च अधिकारियों के पास शिकायत व अपना पक्ष रखना चाहिए था कोई भी फोर्स का कमी इस तरह से सोशल मीडिया में नहीं जा सकता।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 1 जुलाई से भविष्य की स्थिति को देखते हुए कुछ नए कानून लागू किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां जो पहले कानून लागू थे उनमें जो त्रुटियां पाई गई उनको देखते हुए इन नए कानून में संशोधन किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इन नए कानून के लागू होने से मामलों को सुलझाने में समय की बचत होगी और लोगों को समय से न्याय मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि इन नए कानूनो में नई टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल किए जाने की बात कही गई है जिसे साइबर क्राइम के मामलों को सुलझाने में काफी मदद मिलेगी।