पंकज जयसवाल

जामना स्कूल में अध्यापक की प्रतिनियुक्ति पर ग्रामीणों का विरोध, बच्चों के भविष्य पर संकट

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नाहन : गिरीपार क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक पाठशाला जामना में अध्यापक की प्रतिनियुक्ति के खिलाफ ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त की है।आज ग्रामीणों ने शिक्षा उपनिदेशक प्रारंभिक, राजीव ठाकुर से मुलाकात की और स्कूल में पढ़ रहे दलित समुदाय के 27 बच्चों के भविष्य को लेकर चिंता जाहिर की।

ग्रामीणों ने बताया कि जामना स्कूल में कुल दो अध्यापक तैनात थे, जिनमें से एक को अन्य स्कूल में भेज दिया गया है। इससे स्कूल में बच्चों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही है। उन्होंने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चे दलित समुदाय के हैं, और अध्यापक की अनुपस्थिति के कारण उनकी शिक्षा प्रभावित हो रही है।

गांव के निवासियों ने राजीव ठाकुर को एक शिकायत पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने मांग की है कि प्रतिनियुक्ति पर गए अध्यापक को वापस बुलाया जाए ताकि बच्चों की पढ़ाई जारी रह सके। ग्रामीणों ने कहा कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे शिक्षा मंत्री से भी मुलाकात करेंगे और अपनी चिंताओं को उनके समक्ष रखेंगे।

jamna school

ग्रामीणों ने यह भी बताया कि जामना स्कूल का उद्घाटन 2015 में हुआ था और तब से यहां बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में स्कूल में प्री-प्राइमरी की कक्षाएं भी चल रही हैं। ग्रामीणों ने कहा कि 27 बच्चों को एक ही अध्यापक द्वारा पढ़ाना बेहद मुश्किल है, खासकर जब दिसंबर में परीक्षाएं भी नजदीक हैं।

इस समस्या के समाधान की दिशा में कार्रवाई की उम्मीद करते हुए ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से त्वरित सहायता की मांग की है। उनका मानना है कि बच्चों का भविष्य इस मामले में दांव पर है, और यदि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो उन्हें और भी बड़े कदम उठाने पड़ सकते हैं।