नाहन : उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता बाला सुंदरी मंदिर, त्रिलोकपुर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक विशाल भंडारा हॉल का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। यह हॉल एक साथ करीब 2000 श्रद्धालुओं को प्रसाद ग्रहण करने की सुविधा देगा। खास बात यह है कि नवरात्रों के अलावा इस हॉल का उपयोग कमर्शियल गतिविधियों जैसे विवाह और अन्य आयोजनों के लिए भी किया जाएगा, जिससे मंदिर न्यास को अतिरिक्त आय का स्रोत मिलेगा।
एसडीएम नाहन एवं मंदिर ट्रस्ट त्रिलोकपुर के कार्यकारी अधिकारी राजीव सांख्यान ने बताया कि नवरात्रों के दौरान यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिसके चलते भंडारे की व्यवस्था को और बेहतर बनाने की आवश्यकता महसूस की गई। उन्होंने बताया कि इस नए हॉल में एक साथ सात भंडारे आयोजित किए जा सकेंगे, जिनके लिए अलग-अलग सात रसोईघर भी बनाए जा रहे हैं। श्रद्धालु चाहें तो अग्रिम बुकिंग करवाकर यहां भंडारा आयोजित कर सकेंगे।

उन्होंने कहा कि वर्ष में दो बार नवरात्रों के दौरान यहां भारी भीड़ होती है, लेकिन इसके अलावा भी इस हॉल को कमर्शियल गतिविधियों के लिए खोला जाएगा। इस संबंध में प्रस्ताव अगली ट्रस्ट बैठक में रखा जाएगा।
राजीव सांख्यान ने बताया कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए अन्य प्रयास भी किए जा रहे हैं। म्यूजियम के पास स्थित शिव मंदिर के तालाब में पैडल बोटिंग शुरू करने की योजना है, जिसके लिए पर्यटन विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। लक्ष्य है कि आगामी नवरात्रों से पहले यह सुविधा शुरू हो जाए।
इसके अलावा, हिमुडा पार्किंग में स्थायी लाइट लगाने का कार्य पूरा कर लिया गया है, जिस पर लगभग 10 से 11 लाख रुपये की लागत आई है। पहले नवरात्र मेले के दौरान अस्थायी लाइट की व्यवस्था पर हर साल तीन से चार लाख रुपये खर्च होते थे, लेकिन अब स्थायी लाइटिंग होने से यह अतिरिक्त खर्च बच जाएगा।