सिरसा:  आरक्षण को लेकर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति का सरकार से कोई समझौता नहीं हुआ है। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक जाट समुदाय को ओबीसी श्रेणी में शामिल कर आरक्षण नहीं दिया जाता। यह बात जाट संघर्ष समिति के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने फतेहबाद के हिसार रोड स्थित एक निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने साफ कि सोमवार को मय्यड़ में हुई हिंसा के मामले में हरियाणा सरकार से समझौता हुआ है जिसके तहत मरने वाले युवक सुनील को शहीद का दर्जा देना, मुआवजे की मांग व उसके एक परिजन को सरकारी नौकरी देना आदि मांगे सरकार ने मानी ली थी।

श्री मलिक ने कहा कि जब तक आरक्षण नहीं मिलेगा संघर्ष जारी रहेगा। विधायक संपत सिंह द्वारा इनेलो कार्यकर्ताओं के हिंसा में शामिल होने संबंधि बयान पर उन्होंने कहा कि संपत सिंह इनेलो छोड़कर आए हैं इसलिए वे इनेलो कार्यकर्ताओंं को जानते हैं। उन्होंने उस आरोप को नकार दिया कि इनेलो पार्टी ने प्रदर्शन को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में ४ राजनीतिक दल हैं तथा चारों में जाट कार्यकर्ता हैं। हमारे आंदोलन में सिर्फ जाट लगे हुए हैं, न कि वे किसी पार्टी के कार्यकर्ता बनकर आंदोलन में उतरे हैं। आज भी प्रदेश के विभिन्न इलाकों में जाम लगे होने संबंधी पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज मय्यड़ मामले में प्रदेश में कहीं भी जाम नहीं लगा है। केवल आरक्षण को लेकर संघर्ष समिति के लोग जाम लगा रहे हैं।

कॉमनवेल्थ क्वींस बैटन रिले का होगा विरोध

श्री मलिक ने चेतावनी देते हुए कहा कि जाट अपना विरोध दर्ज कराने के लिए प्रदेश से गुजरने वाली कॉमनवेल्थ क्वींस बैटन रिले को रोकने की कोशिश करेंगे और दिल्ली जाने वाले रास्ते को समय-समय पर जाम करेंगे। दिल्ली की ओर जाने वाली सभी रेल लाइनों पर जाट आरक्षण समिति जाम लगाएगी। इस मौके पर उनके साथ पंजाब कार्यकारिणी अध्यक्ष स. करनैल सिंह, उत्तर प्रदेश युवा कार्यकारिणी प्रदेशाध्यक्ष अनिल चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष हरपाल बैनीवाल, जिलाध्यक्ष सूबे सिंह, प्रदेश सचिव लक्ष्मी नारायण देहड़ू, युवा जिला अध्यक्ष अजय बैनीवाल सहित अनेक नेता मौजूद थे।

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