सिरसा: मुख्य संसदीय सचिव प्रहलाद ङ्क्षसह गिल्लाखेड़ा ने कहा है कि जाट आरक्षण के नाम पर प्रदेश में मची हिंसा आरक्षण हासिल करने का रास्ता नहीं है। जाट समुदाय के लोगों को चाहिए कि कानून के दायरे में रहकर अपनी बात सरकार के समक्ष रखें। उन्होंने यह भी आशंका जाहिर की कि हिंसा और आगजनी के पीछे कहीं न कहीं विपक्षी दल का भी हाथ है, क्योंकि विपक्ष के पास सरकार के खिलाफ कोई ठोस मुद्दा नहीं है।

गिल्लाखेड़ा ने कहा कि विपक्ष ने पहले तो मानसून सत्र का वक्त बढ़ाने पर बवाल खड़ा किया और फिर उस वक्त का जनहित के लिए उपयोग करने की बजाए अनर्गल बातों पर वक्त जाया किया। गिल्लाखेड़ा आज सिरसा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। गृह राज्य मंत्री गोपाल कांडा पर सदन में लगाए गए आरोप निराधार बताते हुए उन्होंने कहा कि पहले तो विपक्ष के नेता ओमप्रकाश चौटाला ने गृह राज्य मंत्री गोपाल कांडा के नाम पर खूब हंगामा किया फिर सरकार का जवाब सुनने के लिए मादा न रखते हुए चले गए। उन्होंने कहा कि विपक्ष को मात्र नाकारात्मक सोच के जरिए विधानसभा में कलह खड़ा करने के बजाए जनहित के मुद्दों को पटल पर रखना चाहिए।

गोरखपुर में परमाणु संयंत्र स्थापना को लेकर फतेहाबाद में जारी किसानों के आंदोलन के प्रश्र के उत्तर में उन्होंने कहा कि उत्तरी भारत के इस एक मात्र संयंत्र के स्थापना से जनता को दूरगामी परिणाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों व सरकार के बीच कड़ी का काम करते हुए वे इस संयंत्र के निर्माण का कार्य शीघ्र आरंभ करवा दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि बाढ़ के कारण हुई क्षति के मुआवजे की राशि संबंधित उपायुक्तों को भेज दी गई है तथा शीघ्र ही इसका आबंटन कर दिया जाएगा। इस दौरान उनके साथ युवा कांग्रेस नेता राजपाल भांभू भी थे।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version